दसवीं और बारहवीं की सालाना परीक्षाएं 5 मार्च से शुरू हुई थीं। देशभर में 28 लाख से ज्यादा विद्यार्थी परीक्षाओं में पंजीकृत हैं। सीबीएसई का बारहवीं कक्षा का इकोनॉमिक्स का पेपर बीते दिनों आउट हो गया था। इसके चलते बोर्ड ने यह पेपर बुधवार को दोबारा कराने का फैसला किया है। इसी तरह पंजाब में 2 अप्रेल को बंद के चलते दसवीं के फे्रंच, संस्कृत और उर्दू तथा बारहवीं के हिंदी इलेक्टिव, गुजराती, नेपाली, कश्मीरी और हिंदी कोर के पेपर प्रभावित हुए थे। यह परीक्षाएं अब 27 अप्रेल को होंगी।
परिणाम मई में
दसवीं और बारहवीं के नतीजे मई में घोषित होंगे। बोर्ड परीक्षाओं के शुरुआत के साथ कॉपियों का मूल्यांकन शुरू कराचुका है। बारहवीं और दसवीं के नतीजे मई के दूसरे पखवाड़े में जारी होंगे। रिजल्ट सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड होंगे।
दसवीं और बारहवीं के नतीजे मई में घोषित होंगे। बोर्ड परीक्षाओं के शुरुआत के साथ कॉपियों का मूल्यांकन शुरू कराचुका है। बारहवीं और दसवीं के नतीजे मई के दूसरे पखवाड़े में जारी होंगे। रिजल्ट सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड होंगे।
दसवीं का रिजल्ट भी खास
सात साल बाद सीबीएसई ने दसवीं की सभी स्टूडेंट्स की परीक्षा खुद कराई है। साल 2010-11 से सतत एवं समग्र मू्ल्यांकन के तहत दसवीं की परीक्षा स्कूल और बोर्ड पैटर्न से होती रही थी। इसके तहत स्टूडेंट्स स्कूल और बोर्ड का विकल्प चुनते थे। दसवीं के परिणाम में सीसीई के तहत ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया गया था। इस साल भी यह पैटर्न लागू रह सकता है।
सात साल बाद सीबीएसई ने दसवीं की सभी स्टूडेंट्स की परीक्षा खुद कराई है। साल 2010-11 से सतत एवं समग्र मू्ल्यांकन के तहत दसवीं की परीक्षा स्कूल और बोर्ड पैटर्न से होती रही थी। इसके तहत स्टूडेंट्स स्कूल और बोर्ड का विकल्प चुनते थे। दसवीं के परिणाम में सीसीई के तहत ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया गया था। इस साल भी यह पैटर्न लागू रह सकता है।
पहली बार हुआ पेपर आउट
बीते मार्च में सीबीएसई का दसवीं और बारहवीं का इकोनॉमिक्स का पेपर आउट होने का मामला सामने आया था। देशभर में इसको लेकर जबरदस्त चर्चाएं रही। सीबीएसई ने पुख्ता जांच के बाद गणित के पेपर को आउट नहीं माना। जबकि बारहवीं के इकोनॉमिक्स के पेपर को दोबारा कराने का फैसला किया। अलबत्ता पेपर आउट मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था। लेकिन कोर्ट ने सीबीएसई को सक्षम एजेंसी बताते हुए फैसला उस पर ही छोड़ दिया था।
बीते मार्च में सीबीएसई का दसवीं और बारहवीं का इकोनॉमिक्स का पेपर आउट होने का मामला सामने आया था। देशभर में इसको लेकर जबरदस्त चर्चाएं रही। सीबीएसई ने पुख्ता जांच के बाद गणित के पेपर को आउट नहीं माना। जबकि बारहवीं के इकोनॉमिक्स के पेपर को दोबारा कराने का फैसला किया। अलबत्ता पेपर आउट मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था। लेकिन कोर्ट ने सीबीएसई को सक्षम एजेंसी बताते हुए फैसला उस पर ही छोड़ दिया था।
फैक्ट फाइल सीबीएसई के रीजन-अजमेर, नई दिल्ली, इलाहाबाद, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, देहरादून, पंचकुला, गुवाहाटी, पटना, भुवनेश्वर कुल पंजीकृत विद्यार्थी-28 लाख
अजमेर रीजन में विद्यार्थी-दसवीं में 1 लाख 81 हजार 304, बारहवीं में 1 लाख 43 हजार 228
अजमेर रीजन में विद्यार्थी-दसवीं में 1 लाख 81 हजार 304, बारहवीं में 1 लाख 43 हजार 228