इस बार के नतीजों में क्या खास. . .
-कोरोना संक्रमण के चलते विलंब से परीक्षाएं। विषयवार परीक्षा के बीच में समय ज्यादा मिला।
-छात्रों के बीच नकारात्मकता-प्रतिस्पर्धा हटाने के लिए टॉपर्स लिस्ट नहीं हुई जारी।
- टर्म प्रथम में ऑब्जेक्टिव प्रश्न का 30 प्रतिशत व टर्म द्वितीय लिखित परीक्षा होने से 70 प्रतिशत अंकभार।
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सीबीएसई के कला, वाणिज्य विज्ञान वर्ग में विद्यार्थियों के नतीजे अपेक्षाकृत ठीक रहे हैं। देश में 1 लाख 34 हजार 797 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत (9.39 प्रतिशत) या इससे ज्यादा अंक प्राप्त किए। जबकि 33 हजार 432 (2.33 प्रतिशत) ने 95 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त किए।
अजमेर रीजन में करीब 48 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने 75 प्रतिशत और इससे अधिक अंक हासिल किए हैं। अजमेर रीजन में 110 विद्यार्थियों ने 40 से 45 और 1,250 ने 45 से 50 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। 17 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने 50 से 60 प्रतिशत, 46 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने 60 से 75 प्रतिशत तक अंक हासिल किए हैं। इसी तरह 48 ने 75 से 90 (30.50) और 10 हजार 125 ने 90 प्रतिशत या इससे अधिक अंक हासिल किए हैं।पूरक योग्य विद्यार्थी
इस बार देश में बारहवीं कक्षा में 67 हजार 743 विद्यार्थियों को पूरक योग्य घोषित किया गया है। पिछले साल बारहवीं की परीक्षाएं स्थगित कर विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया था। इसके चलते महज 6149 विद्यार्थियों के ही पूरक आई थी। सर्वाधिक 99 हजार 207 विद्यार्थी 2019 में पूरक योग्य घोषित किए गए थे।