सीबीएसई ने दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को अंकों की गणना, पुनर्मूल्यांकन और जंची हुई उत्तर कॉपी की प्रति लेने की सुविधा दी है। अंकों की गणना और उत्तर कॉपी की फोटो प्रति के लिए विद्यार्थियों ने पिछले दिनों आवेदन किए थे। अब पुनर्मूल्यांकन के आवदेन लिए जा रहे हैं। मंगलवार को आवेदन की अंतिम तिथि है। अंक गणना और जंची हुई कॉपी की प्रति के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थी पुनर्मूल्यांकन करा सकेंगे। इसके लिए प्रति प्रश्न सौ रुपए शुल्क देना होगा।
काले बादलों का अजमेर में डेरा, बरसात का इंतजार अजमेर. घनघोर घटाओं ने मंगलवार सुबह से डेरा जमा लिया है। हवा चलने और बादल छाने से मौसम खुशगवार है। अजमेर शहर और जिले को बरसात का इंतजार है।
सोमवार को दोपहर तक बादलों ने रिमझिम फुहारों से भिगोया था। कभी तेज बौछारें पड़ी तो कभी फुहारें का दौर जारी रहा था। मंगलवार सुबह से काले बादलों ने डेरा जमा लिया है। शहर के वैशाली नगर, पंचशील, माकड़वाली रोड,आगरा गेट, नसीराबाद रोड, धौलाभाटा, जयपुर रोड, आदर्श नगर, पुष्कर रोड और अन्य इलाकों में घनघोर बादल छाए हुए हैं।
सड़कों पर बहा पानी
सोमवार को आनासागर लिंक रोड, सावित्री चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड, केसरगंज, रामगंज, मदार गेट, स्टेशन रोड पर बरसात हुई। सड़कों, नालों में पानी बहता दिखा था। कायड़ रोड, घूघरा, जयपुर रोड और अन्य इलाकों में भी बरसात ने भिगोया। मौसम विभाग ने 1 जून से अब तक 299.1 मिलीमीटर बरसात दर्ज की है।
सोमवार को आनासागर लिंक रोड, सावित्री चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड, केसरगंज, रामगंज, मदार गेट, स्टेशन रोड पर बरसात हुई। सड़कों, नालों में पानी बहता दिखा था। कायड़ रोड, घूघरा, जयपुर रोड और अन्य इलाकों में भी बरसात ने भिगोया। मौसम विभाग ने 1 जून से अब तक 299.1 मिलीमीटर बरसात दर्ज की है।
जिले को भी बरसात का इंतजार
इसी तरह तीर्थराज पुष्कर में भी सुबह से बादल छाए हुए हैं। इस बार कम बरसात से जिले के अधिकांश जलाशय खाली पड़े हैं। इनमें राजियावास, मूंडोती, नाहर सागर पिपलाज,ताज सरोवर अरनिया, पारा प्रथम और द्वितीय, फूलसागर कायड़, बीर, बिसून्दनी, मदन सरोवर धानवा और अन्य शामिल हैं।
इसी तरह तीर्थराज पुष्कर में भी सुबह से बादल छाए हुए हैं। इस बार कम बरसात से जिले के अधिकांश जलाशय खाली पड़े हैं। इनमें राजियावास, मूंडोती, नाहर सागर पिपलाज,ताज सरोवर अरनिया, पारा प्रथम और द्वितीय, फूलसागर कायड़, बीर, बिसून्दनी, मदन सरोवर धानवा और अन्य शामिल हैं।