इसके लिए उन्हें प्रति विषय 700 रुपए फीस देनी होगी।
इसी तरह अंक गणना और जंची हुई कॉपी की प्रति के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थी पुनर्मूल्यांकन करा सकेंगे। इसके लिए प्रति प्रश्न सौ रुपए शुल्क देना होगा। फीस नेट बैंकिंग, डेबिट/क्रेडिट कार्ड से दी जा सकेगी।
इसी तरह अंक गणना और जंची हुई कॉपी की प्रति के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थी पुनर्मूल्यांकन करा सकेंगे। इसके लिए प्रति प्रश्न सौ रुपए शुल्क देना होगा। फीस नेट बैंकिंग, डेबिट/क्रेडिट कार्ड से दी जा सकेगी।
किसी को नहीं थी उम्मीद, अचानक आया बारहवीं का नतीजा अजमेर. सीबीएसई ने बारहवीं का नतीजा घोषित कर देश भर के विद्यार्थियों को चौंका दिया। किसी को नतीजा घोषित होने की उम्मीद नहीं थी। खुद अजमेर सहित अन्य रीजन के अधिकारी भी इससे अंजान रहे। हालांकि वे युद्धस्तर परिणाम तैयार करने में जुटे थे। सीबीएसई की दसवीं-बारहवीं की सालाना परीक्षाएं फरवरी में शुरू हुई थीं।
इस दौरान 19 मार्च को कोरोना संक्रमण के चलते परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ीं। बोर्ड ने 1 से 15 जुलाई के दौरान बकाया परीक्षाएं कराना चाहा लेकिन परिजनों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आंतरिक मूल्यांकन से परिणाम तैयार करने के आदेश दिए। सुबह 11 बजे तक सीबीएसई के अजमेर सहित अन्य रीजन में बारहवीं का परिणाम जारी होने की उम्मीद नहीं थी। दोपहर 12 बजे बाद अचानक दिल्ली से सभी रीजन का परिणाम घोषित कर दिया गया।