सीबीएसई की टर्म प्रथम परीक्षाएं नवम्बर-दिसंबर में कराई गई थीं। यह परीक्षा ओएमआर शीट पर कराई गई। पेपर हल करने के लिए 90 मिनट दिए गए थे। इसके नतीजे विद्यार्थियों को फरवरी में बताए गए। द्वितीय टर्म की परीक्षाएं 26 अप्रेल से 15 जून तक हुई। यह परीक्षा लिखित कराई गई। इस साल भी विद्यार्थियों की अंकतालिकाएं, सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेज हार्डकॉपी के साथ-साथ डिजिटल लॉकर में मुहैया कराए जाएंगे।
नतीजों का सबको इंतजार बोर्ड में पंजीकृत 35 लाख विद्यार्थियों के अलावा देशभर के कॉलेज-यूनिवर्सिटी को परिणाम का इंतजार है। बोर्ड की मानें तो अजमेर, नई दिल्ली, पंचकुला, गुवाहाटी, इलाहाबाद, देहरादून, पटना, भुवनेश्वर, चेन्नई, तिरुवंतपुरम,बेंगलूरु, चंडीगढ़, भोपाल, नोएडा, पुणे एवं दिल्ली वेस्ट रीजन में कॉपियों का मूल्यांकन पूरा हो चुका है। प्रायोगिक परीक्षा, आंतरिक मूल्यांकन, लिखित परीक्षा के अंकों के आधार रिजल्ट कम्पाइल करने की प्रक्रिया जारी है।
दो साल से गड़बड़ाया मामला सीबीएसई 91 साल से दसवीं-बारहवीं परीक्षाएं करा रहा है। साल 2019 तक परीक्षाएं मार्च-अप्रेल में कराने के बाद मई-जून में परिणाम जारी होते रहे हैं। लेकिन साल 2020 में लॉकडाउन के कारण दसवीं-बारहवीं के बकाया परीक्षाएं नहीं हुई थीं। इसके चलते बारहवीं का परिणाम 13 जुलाई और दसवीं का परिणाम 15 जुलाई को घोषित हुआ। साल 2021 में दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं निरस्त की गई। इसके चलते बारहवीं का नतीजा 30 जुलाई और दसवीं का नतीजा 3 अगस्त को जारी हुआ था।
फैक्ट फाइल बारहवीं कक्षा में पंजीकृत विद्यार्थी-14,54, 370 छात्राएं-639202, छात्र-815162 दसवीं कक्षा में पंजीकृत विद्यार्थी-21 लाख 16 हजार 209 छात्राएं-1221195, छात्र-894993 सीबीएसई के देश में रीजन-16