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5-6 जून को गणना उप मंडल वन संरक्षक सुदीप कौर ने बताया कि विभाग ने 5 और 6 जून को गणना कराने का फैसला किया है। वन्य जीव गणना अजमेर मंडल के विभिन्न वाटर हॉल पर की जाएगी। यह थी पिछड़ा गणना की स्थिति
नीलगाय (रोझड़ा)-3 हजार, लंगूर-1 हजार , पैंगोलिन नेवला-200, जंगली सूअर-100, मोर-3 हजार, सियार-गीदड़-450। पिछले साल राजगढ़ इलाके में शावक के साथ मादा पैंथर भी दिखाई दी थी। जिले में बाघ, चिंकारा, चीतल, सारस, मछुआरा बिल्ली, गिद्ध, उडऩ गिलहरी, काला हरिण, जंगली मुर्गा, चौसिंगा विलुप्त हो चुके हैं।
नीलगाय (रोझड़ा)-3 हजार, लंगूर-1 हजार , पैंगोलिन नेवला-200, जंगली सूअर-100, मोर-3 हजार, सियार-गीदड़-450। पिछले साल राजगढ़ इलाके में शावक के साथ मादा पैंथर भी दिखाई दी थी। जिले में बाघ, चिंकारा, चीतल, सारस, मछुआरा बिल्ली, गिद्ध, उडऩ गिलहरी, काला हरिण, जंगली मुर्गा, चौसिंगा विलुप्त हो चुके हैं।
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स्टूडेंट्स बढ़ाएं इम्यूनिटी पावर, बिना टैंशन के करें तैयारी अजमेर. दसवीं और बारहवीं की बकाया परीक्षाओं के लिए सीबीएसई ने काउंसलिंग सेवा शुरू की है। विद्यार्थी 15 जुलाई तक परीक्षा की तैयारी, कोविड-19 संक्रमण के तहत सुरक्षा उपाय, स्वास्थ्य और अन्य विषयों पर सलाह सलाह ले सकेंगे। दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं से पहले और पेपर देने के दौरान विद्यार्थी मानसिक दबाव और तनावग्रस्त रहते हैं। परीक्षा को लेकर घबराहट, भूख कम लगना, अंकों का दबाव और अन्य कारण शामिल होते हैं। बोर्ड प्रतिवर्ष विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग सेवा शुरू करता है। इस बार लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते बोर्ड को 20 मार्च से परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी थी। यह परीक्षाएं अब 1 से 15 जुलाई तक कराई जानी हैं।