सरकार ने 17 और 18 अप्रेल को वीकेंड कफ्र्यू लगाया था। दो दिन सड़कों पर वाहन कम चले थे। दो दिन में एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर 97 से 99 के बीच था। जबकि 10 से 15 अप्रेल के बीच यह 120 से 122 तक रहा था। मालूम हो कि पिछले साल लॉकडाउन के दौरान वाहन, फैक्ट्रियां, दुकानें बंद रही थीं। इस दौरान अजमेर जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स 40 से 45 पर पहुंच गया था।
सोमवार से बुधवार को सड़कों पर टेम्पो, दोपहिया-चौपहिया वाहनों के संचालन से प्रदूषण फिर बढ़ गया है। वीकेंड कफ्र्यू में रहा एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़कर वापस 100 से 105 तक पहुंच गया है। दूध, सब्जी और आवश्यक सेवाओं सहित कई लोगों के फिजूल वाहन संचालन से यह स्थिति बनी हुई है।
करीब 8 लाख की आबादी वाले शहर में कचरा-गंदगी बड़ी समस्या है। नगर निगम शहर के अंदरूनी-बाहरी इलाकों से डोर टू डोर कचरा संग्रहण करता है। करीब 5 हजार टन कचरा सेंदरिया ट्रेचिंग ग्राउन्ड भेजा जाता है। वीकेंड कफ्र्यू और जन अनुशासन पखवाड़ जारी होने के बावजूद बाजारों, गलियों और अन्य स्थानों पर कचरे में कमी नहीं आई है।
10 से 15 अप्रेल तक-120 से 135 तक
17-18 अप्रेल-97 से 99 तक
19 से 21 अप्रेल-100 से 105 तक
(आंकड़े एयर क्वालिटी इंडेक्स में ) जन अनुशासन पखवड़ा या कफ्र्यू कोरोना संक्रमण सुरक्षा के लिए लागू किया गया है। हमें इसकी पालना करनी चाहिए। जरूरी और बेहद आवश्यक कार्य हो तो घरों से निकले। वीकेंड कफ्र्यू में एयर क्वालिटी इंडेक्स 99 तक रहा था। यह फिर से 100 के पार पहुंचा है तो हमें शुद्ध हवा और ऑक्सीजन उपलब्धता के लिए खुद पर अंकुश लगाने की जरूत है।
डॉ. आलोक चतुर्वेदी, केमिस्ट्री रीडर, जीसीए अजमेर