अजमेर. हम सभी को समझ लेना चाहिए कि जब तक हम राजनीति को गंदा मानकर इससे भागते रहेंगे, कुछ स्वार्थी तत्व नीचे से उपर तक राजनीति पर कब्जा किए रहेंगे।
हम विधानसभा, लोकसभा में प्रतिनिधि चुनकर भेजते हैं उससे सरकार बनती है हमारे पर शासन चलता है।इसके बावजूद राजनीति को उचित नहीं माना जाता।
आम आदमी दूसरों को वोट देने तक सीमित है।
राजनीति में ऐसे लोग बढ़ गए जिनके लिए यह सेवा नहीं बल्कि मेवा हासिल करने का माध्यम है।
हर पार्टी में अच्छे लोग हैं लेकिन उन्हें समर्थन नहीं मिलता। स्वार्थी तत्वों का जमघट है।