हर साल झुलसाती धूप और लू का कहर ढाने वाला ‘नौतपा इस बार बेअसर साबित हुआ। बीती मई में दो चक्रवाती तूफान और अब पश्चिमी विक्षोभ के कारण बरसात और अंधड इस बार नौतपा पर भारी पड़े। पूरे नौ दिन तापमान का ग्राफ 41 डिग्री तक भी नहीं पहुंच सका।
सूरज के रोहिणी नक्षत्र में जाने को नौ तपा कहा जाता है। प्रतिवर्ष 25 मई से 3 जून यानि नौ दिन तक सूरज कहर बरपाता है। शरीर को झुलसाने वाली धूप और लू के थपेड़े हलकान करते हैं। इस दौरान मौसम कोई राहत नहीं देता है। लेकिन इस बार मई में चक्रवाती तूफान तौकते और यास तथा उसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के चलते लगातार अंधड़, तेज हवाओं संग बरसात और बादल छाने का दौर जारी रहा। इससे नौतपा असरहीन साबित हुआ है। हालांकि पिछले साल भी 31 मई से 3 जून तक अंधड़ और बरसात होने से पारे के तेवर ढीले हुए थे।
यूं रहा मौसम
जिले में हुई बरसात का असर नजर आया। सुबह से आसमान को बादलों ने घेरे रखा। कई इलाकों में धूप-छांव का दौर चला। लोगों को झुलसाती धूप, भीषण गर्मी और लू ने नहीं सताया। मौसम में हल्की उमस के साथ मामूली ठंडापन भी रहा। अजमेर के अलावा पुष्कर, तबीजी, सराधना, मांगलियावास, कायड़, गगवाना, घूघरा, पीसांगन सहित कई इलाकों में बादल छाए रहे। न्यूनतम तापमान 22.1 डिग्री रहा।
जिले में हुई बरसात का असर नजर आया। सुबह से आसमान को बादलों ने घेरे रखा। कई इलाकों में धूप-छांव का दौर चला। लोगों को झुलसाती धूप, भीषण गर्मी और लू ने नहीं सताया। मौसम में हल्की उमस के साथ मामूली ठंडापन भी रहा। अजमेर के अलावा पुष्कर, तबीजी, सराधना, मांगलियावास, कायड़, गगवाना, घूघरा, पीसांगन सहित कई इलाकों में बादल छाए रहे। न्यूनतम तापमान 22.1 डिग्री रहा।
मानसून पूर्व बारिश
मौसम विभाग के अनुसार मानसून गुरुवार को केरल पहुंच गया। अब राजस्थान सहित कई राज्यों में मानसून पूर्व बारिश का दौर चलेगा। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के असर से पिछले तीन-चार दिन से बारिश के कारण झुलसाती धूप, भीषण गर्मी से राहत मिली है।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून गुरुवार को केरल पहुंच गया। अब राजस्थान सहित कई राज्यों में मानसून पूर्व बारिश का दौर चलेगा। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के असर से पिछले तीन-चार दिन से बारिश के कारण झुलसाती धूप, भीषण गर्मी से राहत मिली है।