कार्तिक में कड़ाके की सर्दी बनी हुई है। शीतलहर से ठिठुरन और बढ़ गई है। मंगलवार को भी बर्फीली हवाओं और ठंड ने कंपकंपाए रखा। मौसम में गलन परेशान कर रही है। न्यूनतम तापमान लुढ़कर 6.8 डिग्री पर बना हुआ है।
शीतलहर ने सुबह से सिहराए रखा। नलों का पानी भी बर्फीला महसूस हुआ। पहाड़ों पर भी हल्की धुंध मंडराती रही। लोगों ने घरों में कैद रहना मुनासिब समझा। सूरज निकलने के बाद कुछ राहत मिली है लेकिन ठंडक कायम है।
सड़कों पर सन्नाटा
रात्रिकालीन कफ्र्यू के कारण शहर की सड़कों पर रात 8 बजे बाद सन्नाटा पसरा देखा जा सकता है। खानबदोश लोग कई जगह सड़कों के किनारे अलाव जलाकर बैठे दिखते हैं।। रात के तापमान में करीब 7 डिग्री की गिरावट होने से तेज सर्दी का असर बना हुआ है।
रात्रिकालीन कफ्र्यू के कारण शहर की सड़कों पर रात 8 बजे बाद सन्नाटा पसरा देखा जा सकता है। खानबदोश लोग कई जगह सड़कों के किनारे अलाव जलाकर बैठे दिखते हैं।। रात के तापमान में करीब 7 डिग्री की गिरावट होने से तेज सर्दी का असर बना हुआ है।
2020 की शुरुआत भी सबसे सर्द साल 2020 की शुरुआत भी सर्द हुई थी। समूचा प्रदेश बर्फीली हवा, कोहरे और ठंडक में लिपटा रहा था। तीखी सर्दी ने अजमेर में भी लोगों को जबरदस्त कंपकंपाए रखा। बीते छह वर्षों में साल का पहले दिन सबसे सर्द था। साल 2013 में 1 जनवरी को तापमान 7.5, 2014 में 5.4 डिग्री पारे के साथ सबसे सर्द रहा था। इस साल अजमेर में 1 जनवरी को न्यूनतम पारा 3.4 डिग्री रहा था।
पिछले दिनों में तापमान
20 नवंबर-13.6 21 नवंबर-9.5
22 नवंबर-8.9 23 नवंबर-6.3
24 नवंबर-6.8 गूंजेंगी शहनाई: सिर्फ 100 मेहमान, ना बारात निकलेगी ना दिखेगी भीड़ अजमेर. कार्तिक शुक्ल एकादशी यानि बुधवार से बैंड-बाजे और शहनाई गूंजेगी। शहर और जिले में कई युवक-युवतियां फेरे लेकर गृहस्थ जीवन में प्रवेश करेंगे। कोरोना संक्रमण के चलते लोगों को शादियों में कई सावधानियां बरतनी होंगी। उधर प्रशासन भी आयोजन स्थल का दौरा, वीडियोग्राफी और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने को लेकर निगरानी रखेगा।
कार्तिक शुक्ल एकादशी यानि देवऊठनी ग्यारस से शहर और जिले में शादियों-समारोह की शुरूआत होगी। शुभ मुर्हूत में वैवाहिक कार्यक्रम, नए भवनों-प्रतिष्ठानों में प्रवेश और अन्य समारोह होंगे। कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार ने कई एडवाइजरी जारी की है। विशेषतौर पर शादी-समारोह में मात्र 100 मेहमान बुलाए जा सकते हैं। इसमें सोशल डिस्टेसिंग और मास्क पहनने की अनिवार्यता शामिल है।
20 नवंबर-13.6 21 नवंबर-9.5
22 नवंबर-8.9 23 नवंबर-6.3
24 नवंबर-6.8 गूंजेंगी शहनाई: सिर्फ 100 मेहमान, ना बारात निकलेगी ना दिखेगी भीड़ अजमेर. कार्तिक शुक्ल एकादशी यानि बुधवार से बैंड-बाजे और शहनाई गूंजेगी। शहर और जिले में कई युवक-युवतियां फेरे लेकर गृहस्थ जीवन में प्रवेश करेंगे। कोरोना संक्रमण के चलते लोगों को शादियों में कई सावधानियां बरतनी होंगी। उधर प्रशासन भी आयोजन स्थल का दौरा, वीडियोग्राफी और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने को लेकर निगरानी रखेगा।
कार्तिक शुक्ल एकादशी यानि देवऊठनी ग्यारस से शहर और जिले में शादियों-समारोह की शुरूआत होगी। शुभ मुर्हूत में वैवाहिक कार्यक्रम, नए भवनों-प्रतिष्ठानों में प्रवेश और अन्य समारोह होंगे। कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार ने कई एडवाइजरी जारी की है। विशेषतौर पर शादी-समारोह में मात्र 100 मेहमान बुलाए जा सकते हैं। इसमें सोशल डिस्टेसिंग और मास्क पहनने की अनिवार्यता शामिल है।