अलसुबह 5 बजे से अजमेर घने कोहरे में लिपटा रहा। कोहरे से जमीन और आसमान एक होते नजर आए। हवा के बर्फीले तेवर नश्तर चुभाते रहे। वाहनों, पेड़-पौधों और जमीन पर ओस जबरदस्त ओस छाई रही। अरावली की पहाडिय़ां भी कोहरे की कैद में रहीं। कई लोग सूखी पत्तियों और लकडिय़ों से अलाव जलाकर सर्दी से राहत पाते दिखे।
धुजा रहा 2022
साल 2022 जमकर धुजा रहा है। कड़ाके की ठंड और गलन के कारण जनजीवन प्रभावित है। जनवरी में 5.1 डिग्री सेल्सियस तक तापमान नीचे जा चुका है। चाय-कॉफी दुकानों-थडिय़ों पर लोगों का जमघट लग रहा है। खराब मौसम और नाइट कफ्र्यू के चलते मुख्य बाजारों-गलियों और सड़कों पर रौनक भी कम दिख रही है।
साल 2022 जमकर धुजा रहा है। कड़ाके की ठंड और गलन के कारण जनजीवन प्रभावित है। जनवरी में 5.1 डिग्री सेल्सियस तक तापमान नीचे जा चुका है। चाय-कॉफी दुकानों-थडिय़ों पर लोगों का जमघट लग रहा है। खराब मौसम और नाइट कफ्र्यू के चलते मुख्य बाजारों-गलियों और सड़कों पर रौनक भी कम दिख रही है।
Read More:व्यावसायिक और कौशल शिक्षा में रोजगार, संस्थानों में कोर्स कम अजमेर. राज्य के स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों-युवाओं के लिए व्यावसायिक और रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों की जरूरत है। केंद्र और राज्य सरकार ने इसको ध्यान में रखते हुए कई कोर्स प्रारंभ किए हैं। लेकि बड़े स्तर के व्यावसायिक और रोजगारोन्मुखी कोर्स कम हैं। इ विद्यार्थियों को त्वरित रोजगार मिल सकता है।
राज्य में 20 से ज्यादा सरकारी और निजी विश्वविद्यालय हैं। इनके अलावा सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में करीब 50 हजार सीट हैं। सरकारी और निजी पॉलेटेक्निक कॉलेज में डिप्लोमा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की 49 हजार 921 सीट हैं। सरकारी कॉलेज में करीब 4 हजार 566 और निजी कॉलेज में 45 हजार 355 सीट हैं। इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग के 300 से ज्यादा सरकारी और 1200 से ज्यादा निजी कॉलेज हैं। इनमें भी करीब 20 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं।