बीए-बीकॉम प्रथम वर्ष कला अैार वाणिज्य संकाय में पास कोर्स में प्रवेश के लिए 45 प्रतिशत और बीएससी प्रथम वर्ष विज्ञान संकाय में प्रवेश के लिए 48 प्रतिशत अंक आवश्यक है। इसी तरह स्नातकोत्तर स्तर पर एमए/एमकॉम पूर्वार्² में दाखिले के लिए 48 और एमएससी पूर्वार्² के लिए 55 प्रतिशत प्राप्तांक आवश्यक हैं।
प्रवेश समितियों का होगा गठन
सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अन्य संस्थाओं में प्रवेश समितियों के गठन की कवायद शुरू हो गया है। यह समितियां १ जून से कामकाज शुरू करेंगी। राज्य के सभी कॉलेज में सत्र 2018-19 के दाखिलों की दौड़ जून में प्रारंभ होगी। इसके तहत प्रथम वर्ष के ऑनलाइन फार्म भरे जाएंगे। सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में समिति बन चुकी है। दयानंद कॉलेज, राजकीय कन्या महाविद्यालय, संस्कृत कॉलेज सहित अन्य संस्थाओ में स्नातक और स्नाकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश के लिए समितियों का गठन होगा। प्रवेश प्रक्रिया जून के अंत या जुलाई में पूरी होगी। सभी कॉलेज में नियमित सत्र की शुरुआत २ जुलाई से प्रारंभ होगी।
सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अन्य संस्थाओं में प्रवेश समितियों के गठन की कवायद शुरू हो गया है। यह समितियां १ जून से कामकाज शुरू करेंगी। राज्य के सभी कॉलेज में सत्र 2018-19 के दाखिलों की दौड़ जून में प्रारंभ होगी। इसके तहत प्रथम वर्ष के ऑनलाइन फार्म भरे जाएंगे। सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में समिति बन चुकी है। दयानंद कॉलेज, राजकीय कन्या महाविद्यालय, संस्कृत कॉलेज सहित अन्य संस्थाओ में स्नातक और स्नाकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश के लिए समितियों का गठन होगा। प्रवेश प्रक्रिया जून के अंत या जुलाई में पूरी होगी। सभी कॉलेज में नियमित सत्र की शुरुआत २ जुलाई से प्रारंभ होगी।
नहीं मांगें मूल दस्तावेज
कॉलेज और यूनिवर्सिटी प्रवेश के वक्त विद्यार्थियों के मूल शैक्षिक दस्तावेज नहीं ले सकेंगे। विद्यार्थी स्व प्रमाणित दस्तावेजों की फोटो कॉपी दे सकेंगे। मूल दस्तावेजों की जांच काउंसलिंग या अंतिम प्रवेश प्रक्रिया पर होगी। इसके अलावा संस्थाएं दाखिले के समय जमा कराई गई पूरी फीस भी नहीं हड़प सकेंगी। यूजीसी ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं।
कॉलेज और यूनिवर्सिटी प्रवेश के वक्त विद्यार्थियों के मूल शैक्षिक दस्तावेज नहीं ले सकेंगे। विद्यार्थी स्व प्रमाणित दस्तावेजों की फोटो कॉपी दे सकेंगे। मूल दस्तावेजों की जांच काउंसलिंग या अंतिम प्रवेश प्रक्रिया पर होगी। इसके अलावा संस्थाएं दाखिले के समय जमा कराई गई पूरी फीस भी नहीं हड़प सकेंगी। यूजीसी ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं।
कई कॉलेज करते हैं मनमानी
कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों से प्रवेश फार्म के वक्त मूल शैक्षिक दस्तावेज जमा कराने को बाध्य करते हैं। इससे विद्यार्थी दूसरे पाठ्यक्रम अथवा संस्थाओं में आवेदन और नौकरी लगने पर दस्तावेज पेश नहीं कर पाते। यूजीसी ने विद्यार्थियों की परेशानियों को देखते हुए निर्देश जारी किए हैं। कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रवेश फार्म के साथ विद्यार्थियों की मूल अंकतालिका, स्कूल की टीसी, प्रमाण पत्र, व्यक्तिगत प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज देने के लिए बाध्य नहीं करेंगे। अंकतालिकाओं और प्रमाण पत्रों को विद्यार्थी स्वयं प्रमाणित कर प्रस्तुत कर सकेंगे।
कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों से प्रवेश फार्म के वक्त मूल शैक्षिक दस्तावेज जमा कराने को बाध्य करते हैं। इससे विद्यार्थी दूसरे पाठ्यक्रम अथवा संस्थाओं में आवेदन और नौकरी लगने पर दस्तावेज पेश नहीं कर पाते। यूजीसी ने विद्यार्थियों की परेशानियों को देखते हुए निर्देश जारी किए हैं। कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रवेश फार्म के साथ विद्यार्थियों की मूल अंकतालिका, स्कूल की टीसी, प्रमाण पत्र, व्यक्तिगत प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज देने के लिए बाध्य नहीं करेंगे। अंकतालिकाओं और प्रमाण पत्रों को विद्यार्थी स्वयं प्रमाणित कर प्रस्तुत कर सकेंगे।
एक साथ नहीं वसूलेंगे पूरी फीस कई कॉलेज और विश्वविद्यालय विद्यार्थियों की पूरी फीस हड़प लेते हैं। इससे विद्यार्थियों को नुकसान होता है। यूजीसी ने कॉलेज और विश्वविद्यालयों की इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाया है। यूजीसी के अनुसार कोई संस्था एक सत्र में संचालित सेमेस्टर अथवा पाठ्यक्रम की फीस ही वसूल सकेगी। पूरे कोर्स (प्रथम से तृतीय वर्ष अथवा स्नातकोत्तर पूर्वाद्र्ध और उत्तर्राद्र्ध) की फीस एक साथ नहीं ली जा सकेगी।