बीए-बीकॉम प्रथम वर्ष कला अैार वाणिज्य संकाय में पास कोर्स में प्रवेश के लिए 45 प्रतिशत और बीएससी प्रथम वर्ष विज्ञान संकाय में प्रवेश के लिए 48 प्रतिशत अंक आवश्यक है। इसी तरह स्नातकोत्तर स्तर पर एमए/एमकॉम पूर्वार्² में दाखिले के लिए 48 और एमएससी पूर्वार्² के लिए 55 प्रतिशत प्राप्तांक आवश्यक हैं। अंतरिम सूची, प्रमाण पत्रों की जांच, फीस जमा करने की तिथि और अन्य कार्यक्रम जल्द जारी होगा।
नहीं हैं कॉलेज में नए कोर्स कॉलेज में नए कोर्स की काफी कमी है। कई साल से कॉलेज में सिर्फ साइंस, कॉमर्स और आट्र्स के ट्रेडिशनल सब्जेक्ट संचालित हैं। ना सरकारी ना निजी कॉलेज में स्टूडेंट्स को अच्छे कोर्स पढऩे को मिलते हैं। यही वजह है, कि राजस्थान के ज्यादातर होनहार स्टूडेंट्स दिल्ली, बेंगलूरू, मुम्बई, चेन्नई, हैदराबाद, पटना, लखनऊ जैसे बड़े शहरों में के संस्थानों में एडमिशन लेते हैं। कई विद्यार्थी तो प्राइवेट पढ़ते हैं।
जॉब फेयर भी कम कॉलेज में जॉब फेयर भी कम होते हैं। खासतौर पर सरकारी कॉलेज में तो बड़े पैमाने पर कैंपस प्लेसमेंट की कमी नजर आती है। सालभर में कॅरियर गाइडेंस के लिए कुछ निजी कम्पनियों के प्रतिनिधियों को बुलाया जाता है। किसी सरकारी कॉलेज में वृहद स्तर पर जॉब फेयर नहीं हुआ है। स्टूडेंट्स अपने स्तर पर ही इधर-उधर कम्पनियों अथवा सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करते हैं। सरकार भी इस मामले में गम्भीर नहीं है।
यूं चलेगा सत्र 2018-19 सत्र की शुरुआत-2 जुलाई नियमित कक्षाएं एवं मार्गदर्शन-2 जुलाई छात्रसंघ चुनाव-अगस्त में प्रथम टेस्ट-सितम्बर द्वितीय टेस्ट-दिसम्बर में दिवाली अवकाश-1 से 9 नवम्बर शीतकालीन अवकाश-25 से 31 दिसम्बर
सभी शैक्षिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम-31 जनवरी तक