शहर में धड़ल्ले से हो रहा घरेलू गैस का व्यावसायिक उपयोग
शहर में घरेलू गैस ना केवल घरों में भोजन बनाने तक सीमित है, बल्कि इसका बाजार में भी व्यवसायीकरण किया जा रहा है। घरेलू गैस का उपयोग ना केवल चाट पकौड़ी और चाय बनाने वाले छोटे दुकानदार कर रहे हैं, बल्कि बड़े मिष्ठान विक्रेता, होटल संचालक यहां तक की शादी समारोह में मैरिज होम एवं धर्मशाला में भी इसका दुरुपयोग हो रहा है।

बाड़ी. शहर में घरेलू गैस ना केवल घरों में भोजन बनाने तक सीमित है, बल्कि इसका बाजार में भी व्यवसायीकरण किया जा रहा है। घरेलू गैस का उपयोग ना केवल चाट पकौड़ी और चाय बनाने वाले छोटे दुकानदार कर रहे हैं, बल्कि बड़े मिष्ठान विक्रेता, होटल संचालक यहां तक की शादी समारोह में मैरिज होम एवं धर्मशाला में भी इसका दुरुपयोग हो रहा है। जिसको लेकर कभी भी ना तो संबंधित विभाग और ना उपखंड प्रशासन ने कोई कार्रवाई की है। ऐसे में घरेलू गैस का लगातार दुरुपयोग हो रहा है। जिसकी मार आम उपभोक्ता पर पड़ती है।
करीब बीस वर्षो से घरेलू गैस के दुरूपयोग को लेकर कभी भी ना तो संबंधित रसद विभाग ने कोई छापामार कार्रवाई की और इस पर अंकुश लगाने का प्रयास किया। उपखंड प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाए। संबंधित एजेंसी संचालक भी कभी उच्च अधिकारियों से शिकायत कर कार्रवाई नहीं कराई गई। ऐसे में जहां व्यावसायिक सिलैंडर शोपीस बने हुए हैं। वहीं कुछ दुकानदार व्यवसायिक सिलैंडरों में भी घरेलू गैस को री-डिलीवर कर दुरुपयोग कर रहे है। जिसकी जानकारी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
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