शिक्षा बोर्ड की मुख्य परीक्षाओं में हजारों विद्यार्थियों की एक से दो विषयों में सप्लीमेंट्री आई है। बहुत कम अंक के अंतर से पूरक आए अधिकतर विद्यार्थी अंक बढऩे की उम्मीद में संवीक्षा के लिए आवेदन भी करते हैं। अमूमन संवीक्षा का परिणाम आने से पहले ही पूरक परीक्षाएं शुरू हो चुकी होती है। हालांकि संवीक्षा की बदौलत अंक बढऩे से अनेक विद्यार्थी पूरक परीक्षा के बजाए सीधे मुख्य परीक्षा में ही उत्तीर्ण हो जाते हैं।
बोर्ड सचिव मेघना चौधरी के अनुसार महज संवीक्षा आवेदन करने और उसके परिणाम के इंतजार में ही विद्यार्थी पूरक परीक्षा से इंकार नहीं कर सकता। अगर इस वजह से कोई विद्यार्थी पूरक परीक्षा नहीं देता है तो यह उसकी जिम्मेदारी होगी।
संवीक्षा के लिए आवेदन प्रारंभ शिक्षा बोर्ड की दसवीं परीक्षा परिणाम से अगर विद्यार्थी सहमत नहीं हो तो वे अपनी उत्तर-पुस्तिका की प्रति और संवीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है। दसवीं का परिणाम 19 जून को घोषित किया गया था। विद्यार्थी को प्रति विषय संवीक्षा और उत्तर-पुस्तिका के लिए 300 रुपए शुल्क चुकाना होगा। बिना विलंब शुल्क के आवेदन की तिथि 4 जुलाई और विलंब शुल्क के साथ 9 जुलाई तक आवेदन किया जा सकता है। शिक्षा बोर्ड की ओर से संवीक्षा के तहत उत्तर-पुस्तिका का पुर्नमूल्यांकन नहीं कराया जाएगा। संवीक्षा के तहत महज अंकों के योग की भिन्नता, उत्तर-पुस्तिका के अंदर सवालों के सामने दिए अंकों और बाहर सूची में दर्ज अंकों की जांच, योग की त्रुटि, किसी प्रश्न में अंक नहीं दिए जो उसकी जांच सहित उत्तर-पुस्तिका और अंकतालिका में दर्ज अंकों की जांच होगी।