विश्वविद्यालय स्नातक और स्नातकोत्तर विषयों के नियमित और प्राइवेट विद्यार्थियों की पूरक और मुख्य परीक्षा कराता है। परीक्षा के बाद कॉपियों के सीलबंद बंडल विश्वविद्यालय पहुंचाए जाते हैं। यहां से गोपनीय-परीक्षा विभाग इन्हें परीक्षकों को जांचने भेजते हैं। परीक्षक जांच के बाद कॉपियां और गोपनीय लिफाफे में अवार्ड लिस्ट भेजते हैं। इससे कॉपियों की जांच, परिणाम तैयारी में देरी होती है।
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अभी बाकी हैं परीक्षाएंकोरोना संक्रमण के चलते विश्वविद्यालय ने बीती 19 मार्च को सभी स्नातक-स्नातकोत्तर परीक्षाएं स्थगित कर दी थीं। यह 3 मई को लॉकडाउन जारी रहने तक कराई जानी संभव नहीं हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने जून में परीक्षाएं कराने को कहा है। लेकिन स्थिति सामान्य होने के बाद ही यह संभव हो सकेगा।
फिलहाल केंद्रीयकृत मूल्यांकन मुश्किल
विश्वविद्यालय ने 29 फरवरी से 19 मार्च तक कई परीक्षाएं कराई थीं। इनकी कॉपियों का केंद्रीय मूल्यांकन कराना संभव नहीं हैं। कॉपियों को पूर्व प्रक्रियानुसार शिक्षकों के घर भेजकर ही जांच करानी होगी। जून में शुरू होने वाली परीक्षाओं के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग के तहत यही फार्मूला अपनाना पड़ेगा।
विश्वविद्यालय ने 29 फरवरी से 19 मार्च तक कई परीक्षाएं कराई थीं। इनकी कॉपियों का केंद्रीय मूल्यांकन कराना संभव नहीं हैं। कॉपियों को पूर्व प्रक्रियानुसार शिक्षकों के घर भेजकर ही जांच करानी होगी। जून में शुरू होने वाली परीक्षाओं के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग के तहत यही फार्मूला अपनाना पड़ेगा।
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गेट पर थर्मल स्कैनर से जांच, सेनेटाइजर की व्यवस्था अजमेर. मॉडीफाइड लॉकडाउन के तहत सरकारी दफ्तर खुल चुके हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए दफ्तरों में भी अधिकारियों और उनसे जुड़े स्टाफ के लिए खास व्यवस्थाएं की गई हैं। पत्रिका टीम ने अजमेर में कुछ अहम दफ्तरों का दौरा किया तो यह स्थिति सामने आई।
राजस्थान लोक सेवा आयोग आम दिनों में हजारों लोगों की आवाजाही और कर्मचारियों-अधिकारियों से आबाद रहने वाले आरपीएससी परिसर में सन्नाटा पसरा है। अलबत्ता मेनगेट आधा खुला और आधा बंद मिला। जैसे ही टीम मुख्य बिल्डिंग की सीढिय़ां चढकऱ आगे बढ़ी तो सुरक्षाकर्मी ने रोक लिया। उसने थर्मल स्कैनर से तापमान चेक किया। तापमान 90 डिग्री होने और संतुष्ट होने बाद उसने अंदर जाने की अनुमति दी। अध्यक्ष के चैंबर से पहले निजी सचिव के कक्ष में हैंड सेनेटाइजर से हाथ साफ करने को कहा गया।
एमडीएस यूनिवर्सिटी
कायड़ रोड पर एमडीएस यूनिवर्सिटी में मेन गेट पर सुरक्षा गार्डों ने रोका। उन्होंने हैंड सेनेटाइजर से हाथ साफ कराए। इसके बाद टीम बृहस्पति भवन स्थित कुलपति सचिवालय पहुंची। यहां प्रवेश द्वार पर हैंड सेनेटाइजर से हाथ साफ कराने के बाद ही भीतर जाने दिया गया। थर्मल स्कैनर जांच यहां नहीं की गई।
कायड़ रोड पर एमडीएस यूनिवर्सिटी में मेन गेट पर सुरक्षा गार्डों ने रोका। उन्होंने हैंड सेनेटाइजर से हाथ साफ कराए। इसके बाद टीम बृहस्पति भवन स्थित कुलपति सचिवालय पहुंची। यहां प्रवेश द्वार पर हैंड सेनेटाइजर से हाथ साफ कराने के बाद ही भीतर जाने दिया गया। थर्मल स्कैनर जांच यहां नहीं की गई।