सीबीएसई की दसवीं-बारहवीं की मुख्य परीक्षा में कम नंबर आने पर विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री परीक्षा में शामिल किया जाता है। अजमेर रीजन में इस बार बारहवीं में 10 हजार 361 विद्यार्थियों के सप्लीमेंट्री आई है। दसवीं में 3 हजार 559 विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री के योग्य माना गया है। बारहवीं के सभी विषयों की सप्लीमेंट्री परीक्षा एक ही दिन में होती हैं। दसवीं की विषयवार श्रेणी सुधार/पूरक परीक्षा एक सप्ताह तक चलती है।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेज में बीए, बीएससी और बी.कॉम पार्ट तृतीय की परीक्षाएं कराई जानी हैं। यूजीसी ने देश के सभी विश्वविद्यालयों को 30 सितंबर तक स्नातक तृतीय वर्ष परीक्षाएं कराने को कहा है। कुछ विद्यार्थियों ने कोरोना संक्रमण के बीच परीक्षाएं कराने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी लगाई है।
कोरोना संक्रमण पर नजर
कोरोना संक्रमण चलते सीबीएसई को बारहवीं की 29 विषयों और दिल्ली रीजन की दसवीं की बकाया परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी थीं। विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन से अंक दिए गए। इसके बाद जुलाई में परिणाम घोषित हुए। अब सप्लीमेंट्री परीक्षाएं कराई जानी हैं। इसी तरह मदस विवि ने राज्य सरकार के आदेशानुसार सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी थीं। यूजीसी के आदेशों के बाद स्नातक तृतीय वर्ष की परीक्षाएं कराई जानी हैं। कोराना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। बोर्ड और विश्वविद्यालय को परीक्षाएं कराने में काफी सतर्कता बरतनी पड़ेगी।
सूखा बीता सावन, अब भादौ से कुछ आस अजमेर. मौसम मंगलवार सुबह से सामान्य बना हुआ है। छिटपुट बादलों की मौजूदगी में सूरज निकला है। सावन की सूखी विदाई के बाद अब लोगों को भादौ से कुछ आस है।
सुबह आसमान में बादलों की टुकडिय़ां दिख रही हैं। लेकिन 6.45 बजे धूप निकलने के साथ ही उमस हो चली है। हालांकि मौसम फिलहाल सामान्य है। बीते जुलाई और अगस्त की शुरुआत में गर्मी बनी हुई है। धूप का तीखापन लोगों को कचोट रहा है। कूलर और पंखे ज्यादा राहत नहीं दे रहे हैं।