राजस्थान पत्रिका की ओर से मंगलवार को शहर के विभिन्न मार्गों पर बंद केबिनें व हाथठेले रख कर ताले लगाकर रखे जाने बाबत खबर प्रकाशित की गयी थी। ऐसे लोगों की मंशा इन केबिनों व हाथठेलों को किराए पर चलाने की थी। खास बात यह है कि कथित गिरोह व प्रभावशाली लोगों के इशारे पर कुछ स्थानों पर पिछले एक-दो सालों में यह केबिनें व हाथ ठेले रखवाए जा रहे थे। पत्रिका की ओर से मामला उजागर करने के बाद मंगलवार को सुबह निगम के दस्ते ने जयपुर रोड, इंडिया मोटर चौराहा सहित अन्य जगहों से अतिक्रमण कर लगाए गए हाथ ठेले व अन्य सामान जब्त किया।
चलेगा अभियान, होगी सफाई उधर, महापौर ब्रजलता हाड़ा ने बताया कि अभियान चलाकर अतिक्रमण कर रखी गई केबिनें व हाथ ठेलों को हटाया जाएगा। इन जगहों पर हालत खराब -वैशालीनगर बस शेल्टर के सामने से लेकर निजी स्कूल के आसपास पेट्रोल पंप तक कतारों में कई केबिनें बंद पड़ी हैं। पिछले दो सालों में इनकी संख्या दोगुना हो गई है।
- रामनगर व बी.के. कौल नगर रोड, सिनेवर्ल्ड के सामने कई केबिनें बंद पड़ी हैं। इनमें से कभी-कभार एक-दो खुलती हैं। कब्जा करने की नीयत से यहां केबिनें रखी हुई हैं। -मदार रोड पर भी कुछ लोगों ने केबिनें रख रखी हैं। इनमें से कुछ बंद हैं तो कुछ चल रही हैं। इसी तरह ब्यावर रोड पर भी दीवारों से सटाकर कई जगह केबिनें लगाकर जगह रोकी हुई हैं।-अलवरगेट चौराहे से नगरा तक तो पचासों केबिनलगी हुई हैं। फिलहाल यहां नाला निर्माण होने के कारण केबिन संचालकों ने यहांं से केबिन उठाकर सेंट फ्रांसिस स्कूल की दीवार के सहारे लगा दी हैं। जिनमें से कुछ को दोबारा मुख्य सड़क पर लगा दिया गया है।