आयोग के स्थाई अध्यक्ष का कार्यकाल खत्म होने पर सरकार नई नियुक्ति अथवा वरिष्ठ सदस्य को पदभार सौंपती रही है। ऐसा नहीं होने पर आयोग एक्ट में प्रदत्त शक्तियों के तहत फुल कमीशन को अधिकृत करता है। कमीशन वरिष्ठ सदस्य को नियमित प्रवृत्ति के कामकाज की जिम्मेदारी सौंपता है।
राजस्थान लोक सेवा आयोग के नए अध्यक्ष की नियुक्ति का फैसला सीएम अशोक गहलोत ही करेंगे। उनकी पसंद से ही मौजूदा अध्यक्ष डॉ. यादव को 14 अक्टूबर 2020 को नियुक्ति दी गई थी। लिहाजा सीएम गहलोत पर ही दस दिन में आयोग का अध्यक्ष नियुक्त करने का दारोमदार रहेगा।
अधिकृत सूत्रों के अनुसार अध्यक्ष बनने की दौड़ में कई लोग हैं। इनमें सेवारत/सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस, विवि के कुलपति-प्रोफेसर और कांग्रेस विचारधारा वाले व्यक्ति शामिल हैं। साल 2012 में डॉ. हबीब खान गौरान को सदस्य के नाते अध्यक्ष बनाया गया था। मौजूदा वक्त आयोग में सात सदस्य हैं। इनमें से भी किसी को जातीय समीकरणों-सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले के हिसाब से कार्यभार सौंपा जा सकता है।