वाराणसी पुलिस को एक नए मामले की सूचना मिली है। मामले के अनुसार कपड़े की फैक्ट्री और कोरियर व्यवसाय से जुड़े लखनऊ के व्यापारी करुणा शंकर को सचिन शर्मा ने गूगल इंडिया से सीएसआर के तहत 30 करोड़ का फंड दिलाने का झांसा दिया। व्यापारी से एक करोड़ रुपए ले लिए। व्यापारी ने लखनऊ के सरोजनी नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। उसने अपने एक परिचित के साथ भी ठगी होने की सूचना दी है। पिछले माह नई दिल्ली के चितरंजन पार्क निवासी बिल्डर को झांसा देकर 18 लाख रुपए की ठगी का मामला भी सामने आया है।
रकम दोगुनी करने का दिया झांसा मास्टरमाइंड सचिन के खिलाफ 8 मार्च 2021 को 16 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मुकदमा इटावा के सैफई थाने में दर्ज है। अमरसीपुर सैफई निवासी आशुतोष को एक कंपनी में 16 लाख रुपए लेकर उन्हें दोगुना करने का झांसा दिया था। सचिन शर्मा सहित छह नामजद पर आशुतोष ने मुकदमा दर्ज कराया था। सचिन सहित गिरोह के ठगों ने पांच सितारा होटलों में बैठक की।
वारदात करके नौकरी पर आ जातापुलिस के अनुसार वारदातों के दौरान सचिन नगर निगम में नौकरी भी कर रहा था। वारदात करके आता और फिर नौकरी करने लग जाता। लेकिन अधिकारियों को उसकी कारगुजारियों की खबर तक नहीं लगी।
महंगी गाडि़यां, बाउन्सर रखता था आरोपी जब भी किसे से मिलते तो उसे अपने रहन सहन से पूरी तरह प्रभावित करने की कोशिश करते थे। अपनी जीवनशैली में काफी रईसी दिखाते थे। अपने साथ बाउन्सर रखते। पांच सितारा होटलों में मिलते और महंगी गाड़ियां का प्रयोग करते।
नोटिस का नहीं दिया जवाब निगम ने नौकरी से गैर हाजिर चल रहे लिपिक सचिन दत्त शर्मा को पहले बिना सूचना के गैरहाजिर होने का नोटिस दिया। इसके बाद रिमांडर भी भेजे। लेकिन लिपिक की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद 16सीसी की चार्ज शीट दी गई।
यह है मामला उल्लेखनीय है कि 20 अप्रेल को गिरोह ने पिशाचमोचन में रेशम कंपनी के प्रबंधक अंकित शुक्ला को झांसा देकर पौने दो करोड़ रुपए ठग लिए। पुलिस ने हफ्ते भर में ही मास्टरमाइंड सचिन व गाजियाबाद से उसके साथी हिसार हरियाणा निवासी पंकज भारद्वाज को गिरफ्तार कर लिया। नई दिल्ली के मलिकागंज निवासी तरुण गौतम व करोलबाग निवासी रोहन खिंची को मुंबई मरीन ड्राइव से दबोचा। इनके पास से ठगी के एक करोड़ 87 लाख रुपए बरामद किए।