प्रदेशभर में खुलने हैं एक हजार स्कूल प्रदेशभर में आगामी शैक्षणिक सत्र में करीब 1000 हिन्दी माध्यम के सरकारी विद्यालय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित किए जा रहे हैं। अजमेर जिले की यह है स्थिति
अजमेर जिले के शहरी क्षेत्रों में इस वर्ष 56 महात्मा गांधी विद्यालय खुलना प्रस्तावित हैं। फिलहाल 27 विद्यालय अंग्रेजी माध्यम के खुल चुके हैं। जबकि हिन्दी माध्यम विद्यालय को अंग्रेजी मीडियम में तब्दील करने के चलते हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों की पढ़ाई व प्रवेश की गाइड लाइन फिलहाल जारी नहीं हुई है।
केस एक राजकीय माध्यमिक विद्यालय बोराज में वर्तमान में 400 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इस स्कूल के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम बनने से अधिकांश बच्चों को पलायन करना पड़ेगा। अंग्रेजी माध्यम में प्रवेश के लिए लॉटरी से प्रवेश मिलेगा। यहां वर्तमान में कक्षा-कक्ष ही पूरे नहीं हैं। बच्चे बाहर बैठकर पढ़ाई को मजबूर हैं।
ऐसा हो , तो बदलेगी तस्वीर -महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के अलग से भवन बने।
-अंग्रेजी माध्यम का अलग से स्टाफ कैडर हो। -अंग्रेजी माध्यम से ही सौ फीसदी शिक्षण।
-बालवाहिनी की व्यवस्था। इन्हें मिले प्रवेश में प्राथमिकता, यह रहे व्यवस्था
-अंग्रेजी माध्यम का अलग से स्टाफ कैडर हो। -अंग्रेजी माध्यम से ही सौ फीसदी शिक्षण।
-बालवाहिनी की व्यवस्था। इन्हें मिले प्रवेश में प्राथमिकता, यह रहे व्यवस्था
-संबंधित विद्यालयों के विद्यार्थियों को प्रवेश में प्राथमिकता मिले। -लॉटरी के अतिरिक्त कोटा तय हो।
-एक शिफ्ट में अंग्रेजी व दूसरी शिफ्ट में हिन्दी माध्यम संचालित हों। इनका कहना है सरकारी विद्यालय के हिन्दी मीडियम में बच्चे पढ़ रहे हैं, अब महात्मा गांधी स्कूल में इसे परिवर्तित करने से यह बच्चे कहां जाएंगे। बच्चों को अन्य स्कूल में दूर-दराज के विद्यालय में जाना पड़ेगा। मजबूरी में बच्चों को प्राइवेट विद्यालय में प्रवेश दिलाना पड़ेगा।
-एक शिफ्ट में अंग्रेजी व दूसरी शिफ्ट में हिन्दी माध्यम संचालित हों। इनका कहना है सरकारी विद्यालय के हिन्दी मीडियम में बच्चे पढ़ रहे हैं, अब महात्मा गांधी स्कूल में इसे परिवर्तित करने से यह बच्चे कहां जाएंगे। बच्चों को अन्य स्कूल में दूर-दराज के विद्यालय में जाना पड़ेगा। मजबूरी में बच्चों को प्राइवेट विद्यालय में प्रवेश दिलाना पड़ेगा।
गोपाल कुमावत, अभिभावक प्रदेशभर में 1000 एवं अजमेर जिले में 56 विद्यालय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम बनाना प्रस्तावित है। वर्तमान में पढ़ रहे बच्चों के लिए फिलहाल कोई गाइड लाइन नहीं आई है। कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों को नजदीकी हिन्दी माध्यम विद्यालय में प्रवेश करवाने का प्रयास रहेगा।
भागचंद मंडरावलिया, प्रभारी एवं सहायक निदेशक शिक्षा विभाग