गौरतलब है कि इस मामले में निलंबित किए गए अधिशासी अभियंता अशोक शर्मा पूर्व में भी एमएम विंग में कार्यरत होते हुए सस्पेंड हो चुके थे तथा सीटीएल में भी अशोक शर्मा और कनिष्ठ अभियंता अंकित जैन को फर्म विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए चार्जशीट मिली थी।
औचक निरीक्षण हुए बंद पूर्व में निगम द्वारा अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकारियों को साप्ताहिक रूप से औचक जांच के लिए लगाया जाता था। जिसमें उच्च अधिकारी द्वारा टेस्ट किए गए मटेरियल को पुन: टेस्ट किया जाता था निरीक्षण के डर से अभियंताओं द्वारा टेस्टिंग में लापरवाही नहीं की जाती थी वर्तमान में सभी औचक निरीक्षण स्थानांतरण प्रक्रिया के कारण धीरे पड़े हुए हैं। ये मामला सामने आने के बाद डिस्कॉम प्रशासन को सीटीएल लैप के प्रति और अधिक कठोर निर्णय लेने की आवश्यकता है जिससे निगम में पारदर्शिता हो सके।
सभी कर्मचारी हटाए राजस्थान पत्रिका में ट्रांसफार्मर की टेस्टिंग में फर्जीवाड़ा कर फेल सैम्पल बदल कर उसे पास करने का मामला उजागर होने के बाद निगम ने लैब का स्टाफ का तबादला कर दिया है। एईएन, जेईएन, एक्सईएन को हटाया गया है। नए कार्मिकों की नियुक्ति की गई।
इनका कहना है जेईएन अंकित को सीटीएल प्रकरण में सस्पेंड किया गया है। चार्जशीट का प्रस्ताव मांगा गया है। जल्द ही सभी को चार्जशीट जारी कर जवाब मांगा जाएगा।एन.एल.राठी, सचिव (प्रशासन) अजमेर डिस्कॉम