दो दिन में देनी होगी रिपोर्ट इस मामले में बिजली कम्पनियों के सीएमडी दिनेश कुमार ने अजमेर डिस्कॉम के एमडी वी.एस.भाटी से जांच रिपोर्ट तलब की है। एमडी ने अतिरिक्त मुख्य अभियंता (हेडक्वार्टर) को मामले की जांच कर दो दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
यह है मामला जयपुर की आरटीई ट्रांसफार्मर कम्पनी का एक ट्रांसफार्मर सीटीएल लैब में जांच के लिए भेजा गया। जांच के दौरान ट्रांसफार्मर के मीटर बॉक्स में कोई भी सामान उपलब्ध न होने पर वह फेल हो रहा था। इसकी जानकारी सीटीएल के जेईएन अंकित जैन ने एक्सईएन अशोक कुमार शर्मा को दी। एक्सईएन व जेईएन ने ट्रांसफार्मर लौटाने के बजाय कम्पनी मालिक को सूचना दे दी। एक्सईएन ने 2 अगस्त को सीटीएल लैब में लंच के दौरान स्वयं की उपस्थिति में एक व्यक्ति योगेंद्र सिंह से ट्रांसफार्मंर का नया मीटर बॉक्स अपनी गाड़ी में से निकलवा कर ट्रांसफार्मंर में फिक्स करवा दिया। वहीं फेल/ खराब ट्रांसफार्मर को फिजिकल वेरिफिकेशन में गलत तरीकों का उपयोग करते हुए पास करवा दिया।
नहीं दिया किसी को चार्ज
सीटीएल के एक्सईएन शर्मा निजी कारणों से लम्बे अवकाश पर सीकर में है। लेकिन अवकाश के बावजूद उन्होंने एक्सईएन सीटीएल का चार्ज किसी अन्य अभियंता को नहीं दिया है। उच्चाधिकारी भी मामले में मौन साधे हुए हैं।
सीटीएल के एक्सईएन शर्मा निजी कारणों से लम्बे अवकाश पर सीकर में है। लेकिन अवकाश के बावजूद उन्होंने एक्सईएन सीटीएल का चार्ज किसी अन्य अभियंता को नहीं दिया है। उच्चाधिकारी भी मामले में मौन साधे हुए हैं।
एईएन के पद रिक्त, जेईएन कर रहे काम
सीटीएल डिस्कॉम की महत्वपूर्ण विंग है लेकिन यहां सहायक अभियंताओं के दोनो पद रिक्त हैं। लम्बे समय से किसी अभियंता की नियुक्त नहीं कर जेईएन को ही अतिरिक्त चार्ज देकर मैटेरियल टेस्टिंग के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।
सीटीएल डिस्कॉम की महत्वपूर्ण विंग है लेकिन यहां सहायक अभियंताओं के दोनो पद रिक्त हैं। लम्बे समय से किसी अभियंता की नियुक्त नहीं कर जेईएन को ही अतिरिक्त चार्ज देकर मैटेरियल टेस्टिंग के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।