इस आशय का पत्र दूल्हे के भाई ओमप्रकाश ने जिला कलक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक,अजमेर को पत्र लिखा था। इसके चलते रविवार को चार पुलिस थानों के प्रभारी, केकड़ी पुलिस वृत्त अधिकारी, उपखंड अधिकारी सरवाड़ व तहसीलदार टांटोती पीपरोली गांव में मौजूद रहे।
आशंका पर लिखा पत्र गौरतलब है कि पीपरोली निवासी नंदराम पुत्र सुखदेव बैरवा के विवाह पर परिजन बिंदोरी निकालना चाहते थे, लेकिन उन्हें आशंका थी कि कुछ लोग विरोध कर सकते हैं। पीपरोली गांव में कभी दलित दूल्हा घोड़ी पर बैठकर बिंदोरी नहीं निकाली गई है। दूल्हे के भाई ने चार दिन पहले ही जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इसी के चलते पीपरोली गांव में बिंदोरी के दौरान पुलिस जाप्ता तैनात रहा।
विरोध का आरोप निराधार पंचायत समिति सरवाड़ के सदस्य शक्ति सिंह राठौड़ के अनुसार पीपरोली गांव में दलित दूल्हे की बिंदोरी का कभी विरोध नहीं किया गया। यह समझ से बाहर है कि दूल्हे के परिवार ने जिला प्रशासन से सुरक्षा क्यों मांगी। पीपरोली गांव में सभी कौम के परिवार सद्भाव के साथ निवास कर रहे हैं। बिंदोरी के विरोध के नाम जातीय विद्वेष फैलानी की कोई साजिश प्रतीत होती है। दूल्हे के भाई ओमप्रकाश ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए जिला प्रशासन को गुमराह कर दिया।
माल्यार्पण कर कौमी एकता का संदेश दूल्हे नंदराम की बिंदोरी के दौरान कांग्रेस नेता राठौड़ की अगुवाई में माल्यार्पण कर कौमी एकता का संदेश दिया गया। यह नजारा देख पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
उधर,बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश बीलपाल ने जिला प्रशासन से मिले सहयोग पर आभार जताया है। साथ में बिंदोरी में बसपा कार्यकर्ताओं के शामिल रहकर एकता दिखाने पर सराहना की है।
उधर,बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश बीलपाल ने जिला प्रशासन से मिले सहयोग पर आभार जताया है। साथ में बिंदोरी में बसपा कार्यकर्ताओं के शामिल रहकर एकता दिखाने पर सराहना की है।