शनिवार दोपहर सोमलपुर मुगलों की ढाणी के निकट धोरों का बेरा में कुछ युवक नहा रहे थे। यहां पास में बकरियां चरा रहा सोमलपुर निवासी चेतन(२३) पुत्र मन्ना रेगर भी कुएं के पास पहुंच गया। चेतन भी अपने साथियों के साथ कुएं में नहाने उतर गया जहां वह गहरे पानी में समा गया। हालांकि उसके एक साथी का भी पैर फिसला लेकिन वह बचकर बाहर आ गया। चेतन को डूबता देख उसके साथियों ने शोर मचा दिया। लेकिन ग्रामीण मदद के लिए आते उससे पहले चेतन कुएं के गहरे पानी में समा गया। ग्रामीणों ने नागरिक सुरक्षा की टीम को सूचना दी। उन्होंने पम्प लगाकर कुएं का पानी तोडऩे का प्रयास किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली। आखिर नारेली एसडीआरएफ की टीम के पहुंचने के बाद शव बाहर निकाला जा सका। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजन के सुपुर्द कर दिया।
…चार घंटे तक इंतजार
हादसे के संबंध में ग्रामीणों का कहना था कि दोपहर १२ बजे सूचना दे दी लेकिन प्रशासन की ओर से चार घंटे बाद ही आपदा एवं प्रबंधन की सिविल डिफेंस टीम पहुंची। सिविल डिफेन्स की टीम फेल होने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने युवक के शव को निकाला। यहां मौजूद लोगों ने टीम के देरी से पहुंचने पर रोष भी जाहिर किया।
हादसे के संबंध में ग्रामीणों का कहना था कि दोपहर १२ बजे सूचना दे दी लेकिन प्रशासन की ओर से चार घंटे बाद ही आपदा एवं प्रबंधन की सिविल डिफेंस टीम पहुंची। सिविल डिफेन्स की टीम फेल होने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने युवक के शव को निकाला। यहां मौजूद लोगों ने टीम के देरी से पहुंचने पर रोष भी जाहिर किया।
दिहाड़ी श्रमिक था मृतक रिश्तेदारों ने बताया कि चेतन दिहाड़ी मजदूरी करता था। शनिवार को पिता मन्ना रेगर के काम से बाहर जाने पर चेतन बकरी लेकर जंगल में गया था। यहां धोरों का बेरा में स्नान कर रहे युवकों को देखने वह भी चला गया। तभी हादसा पेश आया। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है।