ऐसे किसान 80 वर्ष से अधिक आयु के राज्य सरकार की ओर से सहकारी समितियों के सदस्य किसानों का कर्जा माफ किया गया है। वहीं कुछ किसान ऐसे हैं जिन्हें अभी तक कर्ज माफी का इंतजार है। इन किसानों के अंगूठे न आंखों के निशान आते हैं। ई-मित्र पर आधार कार्ड के आधार पर अंगूठे और आंखों की पुतलियों के निशान नहीं मिलने से सत्यापन नहीं हुआ है। इसके चलते कर्ज माफ होना अटक गया। ऐसे किसान 80 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
सरकार के पास विचाराधीन इन किसानों के कर्जा माफी की वैकल्पिक प्रक्रिया राज्य सरकार के पास विचाराधीन है। इसमे तहसील स्तर पर शपथ-पत्र सहित पटवारी और सरपंच की ओर से सत्यापन किए जाने पर कर्ज माफ की योजना आ सकती है। राज्य सरकार की ओर से निर्णय किए जाने के बाद ही नई प्रक्रिया का स्वरूप सामने आएगा।
नहीं मिल सकता नया कर्ज जब तक राज्य सरकार की ओर से इन किसानों का कर्ज माफ नहीं हो जाता। तब तक इनको सहकारी समितियों से नया कर्ज भी नहीं मिल सकता है। इसके चलते इन किसानों को खेती बाड़ी के कार्य में परेशानी उठानी पड़ेगी। अगले माह से खरीफ फसल की तैयारियां शुरू हो जाएगी, लेकिन इन किसानों का कर्ज माफ नहीं होनेे से निजी स्तर पर ऋण लेना पड़ेगा।
55 करोड़ का कर्जा माफ गौरतलब है कि राज्य सरकार की कर्ज माफी योजना के अंतर्गत उपखंड क्षेत्र के दस हजार से अधिक किसानों का लगभग ५५ करोड़ रुपए से अधिक का कर्जा माफ हो चुका है। अब अगले कुछ दिनों में आचार संहिता हटने पर इन किसानों के कर्ज माफी की प्रक्रिया नए सिरे से तय होगी तब जाकर इन किसानों को राहत मिलेगी।