शहर में पिछले 2 दिन से 45 वार्डों के सरकारी और निजी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर थे, ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई थी। गली हो या बाजार हर जगह गंदगी पसरी पड़ी थी। समस्या का मूल कारण नगर पालिका राजाखेड़ा से करीब डेढ़ महीने पहले स्थानांतरित होकर आए 9 सफाई कर्मचारी थे, जो सफाई का कार्य नहीं कर रहे थे। ऐसे में वाल्मीकि समाज के सभी सफाई कर्मचारियों ने आक्रोशित होकर रविवार से काम का बहिष्कार कर दिया था। सफाई मजदूर कांग्रेस के बैनर तले शहर के गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन व रैली और जुलूस निकाले गए।
उपखंड प्रशासन को ज्ञापन दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष कमलेश ने बोर्ड सदस्यों की आपात बैठक बुलाई और पूरे मामले पर विचार विमर्श करते हुए नगर पालिका प्रशासन को उक्त कर्मचारियों द्वारा पिछले डेढ़ माह से कोई सफाई का कार्य नहीं किए जाने पर निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग जयपुर को कार्यमुक्त करने के निर्देश दिए। बोर्ड बैठक में 45 सदस्यों में से 17 सदस्य मौजूद रहे।
इस दौरान अधिशासी अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने सभी सफाई कर्मचारियों को कार्य मुक्त कर जयपुर निदेशालय भेजने के आदेश जारी किए। पूरे मामले की जानकारी एवं आदेश की प्रतिलिपि सफाई कर्मचारियों के संगठन अध्यक्ष को दी। जिसके बाद सफाई कर्मचारियों ने अपने कार्य बहिष्कार का निर्णय वापस ले लिया।
सफाई मजदूर कांग्रेस अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह बागड़ी ने बताया कि नगरपालिका प्रशासन ने गैर वाल्मीकि समाज के 9 सफाई कर्मचारियों को कार्य नहीं करने पर कार्य सफाई कर जयपुर डीएलबी भेज दिया है। ऐसे में अब उनकी और कोई मांग नहीं है। नगरपालिका के सभी सफाई कर्मचारी मंगलवार सुबह से काम पर लौट आए हैं। नगर की सफाई व्यवस्था फिर से शुरू कर दी गई है।
यह कर्मचारी किए गए कार्यमुक्त
नगर पालिका प्रशासन द्वारा सफाई का काम नहीं करने पर बोर्ड की बैठक में लिए निर्णय के बाद सफाई कर्मचारी संजय कुमार, रामनिवास गोस्वामी, राम दिनेश, श्री कृष्ण, संतराम मीणा, मदनपाल मीणा, रामभरत मीणा, गजेंद्र सिंह मीणा और संतोष कुमार मीणा को कार्यमुक्त कर जयपुर निकाय विभाग के लिए रिलीव कर दिया है।
बाड़ी. मांग पूरी होने पर जीत का निशान दिखाते सफाई कर्मचारी।