एसीबी ACB के एडीजी ADG सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि इन तीनों जिलों से पुख्ता सूचना मिली थी कि डीआइजी लक्ष्मण गौड़ के आवास पर रहने वाला प्रमोद टेलीफोन पर थानेदारों से बातकर बाद में संपर्क करता था। फिर थानेदारों को डीआइजी का पूरा सानिध्य मिलने और एसीआर उत्कृष्ट भरने के नाम पर रुपए मांगता है। एसीबी इसकी तस्दीक कर रही थी। इस बीच थाना उद्योग नगर एसएचओ ने आरोपी प्रमोद शर्मा की ओर से 10 लाख रुपए मांगने और बाद में सौदा पांच लाख रुपए में तय करने की शिकायत की। उन्होंने कहा कि एसीबी के अनुसंधान में पता चलेगा कि प्रमोद एक अफसर या अन्य अफसरों के लिए थानेदारों से रुपए एकत्र करता था। सूत्रों से पता चला है कि प्रमोद कई अफसरों के लिए उगाही करता था। एडीजी ने बताया कि उनके पास कुछ अन्य लोगों की ओर से भी जानकारी सामने आई है। उनका नाम गोपनीय रखा गया है।