80 लाख पेंशनर्स
राज्य में कुल 80 लाख पेंशनर्स हैं जिन्हें सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन मिलती है। केन्द्र सरकार की ओर से वृद्धावस्था पेंशन, विधवा, प्रधानमंत्री जन कल्याण, विकलांग को सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन मिलती है। राज्य सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत वृद्धजन पेश्ंान, एकल नारी पेंशन, विशेष योग्यजन पेंशन योजना, कृषक वृद्धजन पेंशन, छात्रवृती दी जाती है। डाक विभाग राजस्थान दक्षिणी क्षेत्र मे तहत आने वाले अजमेर, कोटा,उदयपुर,बांसवाड़ा,डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चितौडग़ढ़, टोंक, बूंदी, कांकरोली, ब्यावर, नसीराबाद, भीलवाड़ा, बांरा,झालावाड़ जिलों के डाकघरों में 29 लाख 43 पेंशनर्स हैं। जिन्हें सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन मिलती है।
राज्य में कुल 80 लाख पेंशनर्स हैं जिन्हें सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन मिलती है। केन्द्र सरकार की ओर से वृद्धावस्था पेंशन, विधवा, प्रधानमंत्री जन कल्याण, विकलांग को सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन मिलती है। राज्य सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत वृद्धजन पेश्ंान, एकल नारी पेंशन, विशेष योग्यजन पेंशन योजना, कृषक वृद्धजन पेंशन, छात्रवृती दी जाती है। डाक विभाग राजस्थान दक्षिणी क्षेत्र मे तहत आने वाले अजमेर, कोटा,उदयपुर,बांसवाड़ा,डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चितौडग़ढ़, टोंक, बूंदी, कांकरोली, ब्यावर, नसीराबाद, भीलवाड़ा, बांरा,झालावाड़ जिलों के डाकघरों में 29 लाख 43 पेंशनर्स हैं। जिन्हें सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन मिलती है।
जिले में १ लाख ११७२ पेंशनर्स राज्य सरकार के जन सूचना पोर्टल के अनुसार अजमेर डाक मंडल में कुल 1 लाख 1172 सामाजिक पेंशन योजना के लाभार्थी हैं। इनमें से 43 हजार 156 ६ ग्रामीण क्षेत्र व 58 हजार 16 शहरी क्षेत्र के हैं। जिले का कोई भी पेंशन खातो खुलवाने के विभाग के डाकघर में सम्पर्क कर सकता है। इसके अलावा अजमेर क्षेत्र के लिए 0145-2432145 तथा0146-242300 पर फोन कर सकते हैं।
सोश्यल डिस्टेंशिग की होगी पालना डाक विभाग ने कोरोना के कारण लॉक डाउन,कफ्र्यू क्षेत्र व कटोंनमेंट जाने में भी एईपीएस के जरिए पेंशनधारकों को उनके घर जाकर उनके बैंक खाते से पेंशन का दिया। इससे सोश्यल डिस्टेंसिंग की भी पालना होती है। बैंक आदि में भीड़ भी नहीं लगती है। विभाग के मजबूत नेटवर्क के जरिए डाकिया घर-घर तक पहुंच जाता है। सिर्फ अजमेर में ही डाक विभाग ने लॉक डाउन के दौरान साढ़े 10 करोड़ रुपए का भुगतान घर-घर जाकर एईपीएस के जरिए करते हुए राज्य में पहला स्थान हासिल किया।
इनका कहना है हमारा मकसद बूढ़े बुर्जुगों, द्विव्यांगों को उनके घर पर ही पेंशन पहुंचाने की है। उनकी दूसरों पर निर्भरता कम होगी,उनका समय व धन भी बचेगा। पोस्टमैन घर-घर जाकर पेंशन खाते खोलेगा और पेंशन का घर पर ही भुगतान करेगा।
दिनेश कुमार शर्मा,निदेशक, डाक विभाग, राजस्थान परिमंडल read more: मुख्य डाकघर में डाकिया मिला पॉजिट मचा हडक़म्प