गनीमत रही कि अस्पताल परिसर में ही नवजात को छोड़ा गया और समय रहते उस पर नजर पड़ गई। अन्यथा बच्चे को कोई जानवर भी नोंच सकता था। नवजात स्वस्थ है और जेएलएन अस्पताल के ही एनआईसीयू में भर्ती है।
तौलिए में लिपटा मिला नवजात जवाहर लाल नेहरू अस्पताल परिसर के मध्य स्थित ऑक्सीजन प्लांट के गेट के पास खाली जगह में शुक्रवार दोपहर करीब १२ बजे तौलिए में लिपटा मासूम वार्डबॉय वाल्टर को दिखा। वार्डबॉय ने पास जाकर तौलिए को हटाया तो उसमें नवजात (मेल) था। इसी दौरान डॉ. अनिल सामरिया वहां से निकल रहे थे। उन्होंने नवजात को तुरंत शिशु रोग विभाग की एनआईसीयू में ले जाने को कहा।
पुलिस नवजात की मां व परिजन की तलाश में जुट गई एनआीसीयू में रेजीडेंट डॉक्टर जमोहन यादव ने नवजात के स्वास्थ्य की जांच की जिसमें वह स्वस्थ पाया गया। यहां नर्सिंगकर्मी एवं एक महिला पुलिसकर्मी को नवजात की देखरेख में लगाया गया है। सूचना मिलने पर पुलिस नवजात की मां व परिजन की तलाश में जुट गई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने के अलावा निकटवर्ती निजी अस्पताल और जनाना अस्पताल में जन्मे बच्चों के बारे में भी जानकारी लेने में जुटी है।
चंद कदम दूर था शिशु पालनागृह अस्पताल परिसर में शिशु रोग विभाग में शिशु पालनागृह बनाया गया है। पुलिस इस पड़ताल में जुटी है कि आखिर ऐसी क्या वजह थी कि नवजात को शिशु पालनागृह में नहीं छोड़ा गया। या तो कथित मां को शिशु पालनागृह की जानकारी नहीं थी या फिर किसी की नजर से बचने के लिए उसे ऑक्सीजन प्लांट की दहलीज के पास छोड़ दिया गया। अनचाहे गर्भ की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।