प्रतिमा विसर्जन के साथ ही नौ दिवसीय नवरात्र का समापन हो गया। वहीं गरबा महोत्सव की धूम थम गई। इधर केकड़ी कस्बे में नवरात्र महोत्सव के दौरान विभिन्न स्थानों पर स्थापित माता की मूर्ति के विसर्जन जुलूस निकाले गए। शेरावाली के जयकारों के साथ मैया की मूर्तियों को बावड़ी में विसर्जित किया गया। जुलूस में युवक-युवतियां डीजे की धुन पर डांडिया नृत्य प्रस्तुत किया।
युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था।
मसूदा में नवरात्र पर्व के समापन के बाद मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। ढोल ढमोकों के साथ मां की प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकाली। जगह जगह पुष्प वर्षा वं रंग उड़ाकर स्वागत किया। बाघसूरी में मां दुर्गा व गणेशजी की शोभायात्रा निकाली गई। बांदनवाड़ा में भक्तों ने माता की आरती उतारते खुशहाली की मन्नत मांगी और नम आंखों से विदाई दी। डाक बंगलो के पीछे चल रहे गरबा रास महोत्सव के समापन पर शोभायात्रा निकाली और प्रतिमा को विसर्जित किया।
मसूदा में नवरात्र पर्व के समापन के बाद मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। ढोल ढमोकों के साथ मां की प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकाली। जगह जगह पुष्प वर्षा वं रंग उड़ाकर स्वागत किया। बाघसूरी में मां दुर्गा व गणेशजी की शोभायात्रा निकाली गई। बांदनवाड़ा में भक्तों ने माता की आरती उतारते खुशहाली की मन्नत मांगी और नम आंखों से विदाई दी। डाक बंगलो के पीछे चल रहे गरबा रास महोत्सव के समापन पर शोभायात्रा निकाली और प्रतिमा को विसर्जित किया।