इधर सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी मंजूदेवी, भाई महेश पंडित समेत कई रिश्तेदार पहुंचे। महेश ने हत्या का शक जाहिर करते हुए स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाए। उसका कहना था कि सोमवार सुबह दिलीप जब किशनगढ़ के लिए रवाना हो रहा था तो उसको काम पर क्यों लगाया? उन्हें मंगलवार सुबह स्कूल में कार्यरत रिश्तेदार ने सूचना दी।
फिर नजर नहीं आया सूचना मिलते ही दिलीप के परिजन स्कूल पहुंचे गए। सफाईकर्मी महावीर ने बताया कि दिलीप सोमवार सुबह ११ बजे स्कूल पॉर्च में बने फाउंटेन की सफाई कर रहा था। इसके बाद वह नजर नहीं आया। उन्होंने दिलीप के किशनगढ़ जाना समझा। सुबह सहकर्मी प्रकाश फाउंटेन के पास गया तो दिलीप का शव नजर आया।
दलीप अपने परिवार के साथ स्कूल परिसर में ही बने आवास में रहता था। उसकी पत्नी मंजूदेवी भी स्कूल में काम करती है। उसको दिलीप ने सोमवार को किशनगढ़ घर जाने की बात कही थी। ऐसे में उसे सोमवार रात घर नहीं लौटने पर दिलीप को नहीं तलाशा।
सीसीटीवी की नजर से घटनास्थल सोमवार सुबह ११.४८ बजे दिलीप स्कूल के सीसीटीवी कैमरे में फाउंटेन में उतरते हुए नजर आया। इस दरमियान और भी कई लोगों की आवाजाही है। सुबह ११.५६ मिनट पर एक युवक आया। वह फाउंटेन के बाहर से दिलीप को कुछ देने के बाद मुख्य बिल्डिंग में चला गया। दिलीप फिर से फाउंटेन में सफाई करने बैठ गया। इसके बाद वह फाउंटेन के बाहर नहीं निकला न ही फाउंटेन के आसपास नजर आया। मंगलवार सुबह साढ़े ९ बजे सफाईकर्मी प्रकाश पानी की बोतल देखकर फाउंटेन के पास गया। उसने दिलीप को फाउंटेन के भीतर औंधे मुंह पड़ा देखा। उसने अन्दर जाकर देखा तो दिलीप चित पड़ा था। फिर उसने स्कूल प्रबंधन को सूचना दी।
पोस्टमार्टम होगा खुलासा सीसीटीवी फुटेज में सोमवार सुबह फाउंटेन में सफाई करने उतरा था। इसके बाद क्या हुआ यह अनुसंधान में स्पष्ट होगा। मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद खुलासा होगा। मुआवजे की मांग के चलते थोड़ी देरी हुई। स्कूल प्रशासन ने मुआवजा और पेंशन देने का आश्वासन दिया है। शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया है।