उपखण्ड के सबसे बड़े राजकीय यज्ञनारायण चिकित्सालय में प्रतिदिन सैकडों की संख्या में रोगी उपचार कराने के लिए पहुंचते हैं। इसमें मुख्य बात यह है कि नगर में पिछले कुछ दिनों से पीलिया रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसमें ओरोफिकल रूट यानी दूषित पानी पीने के कारण पीलिया होना माना जा रहा है।
इस रोग से ग्रस्त मरीज को ठीक होने में 7-15 दिन का समय लगता है। यह दूषित खान-पान के कारण होता है। चिकित्सालय में पहुंचने वाले रोगियों में देशवाली मोहल्ला, सांवतसर, मालियों के बाड़ी सहित आस-पास क्षेत्रों के मरीज बताए जा रहे हैं। हालांकि पीलिया के मरीज प्रारंभिक स्तर के होने के एक-दो को भर्ती किया जा रहा है, उन्हें भी जल्दी ही छुट्टी दे दी जाती है।
पीलिया के लक्षण – रोगी को भूख नहीं लगना
– नाभी के ऊपर से पेट दुखना – पेशाब पीला आना
– उल्टी और बुखार आदि आना यह है बचाव
– दूषित पानी पीने से बचें।
– पानी को उबाल कर पीएं।
– पैक पानी की बोतल अच्छी कम्पनी की हो – बाहर का और खुले में रखा खाने से बचें
नगर में बिछाई जा रही हैं पाइप लाइनें
– पैक पानी की बोतल अच्छी कम्पनी की हो – बाहर का और खुले में रखा खाने से बचें
नगर में बिछाई जा रही हैं पाइप लाइनें
नगर में पिछले कुछ महीनों से जलदाय विभाग की ओर से पाइप लाइन और सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। पाइप लाइन बिछाने के कारण कई जगह पानी की लाइनें टूट रही हैं, तो कहीं पर नई पाइप लाइनों से पानी सप्लाई हो रही है। नगर में पिछले कुछ दिनों से गंदे पानी की सप्लाई की शिकायतें हो रही हैं।
इस संबंध में यज्ञनारायण चिकित्सालय किशगनढ़ के प्रमुख मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. अशोक जैन ने बताया कि दूषित पानी पीने के कारण पीलिया होता है। इससे बचाव के लिए पानी को उबाल कर साफ पानी पीना चाहिए। साथ ही बाहर के खान-पान से बचना चाहिए। चिकित्सालय में भी पीलिया से ग्रस्त रोगी आ रहे हैं।