गांव-ढाणियों में घर-घर पेयजल कनेक्शन, सड़कों का अभाव
चुनावों में किसानों की समस्या, अस्पताल में चिकित्सकों की नियुक्ति भी प्राथमिकता में शामिल, वर्चुअल मीटिंग में गांवों के एजेण्डे पर भी चर्चा

अजमेर. ग्रामीण क्षेत्रों में कई गांव-ढाणियों में पेयजल कनेक्शन का अभाव है, सड़कें कहीं क्षतिग्रस्त हैं तो कहीं सड़कों का अभाव है। ग्राम पंचायतों तक पहुंचने के लिए संपर्क सड़कों का अभाव है। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों की कमी है, आउटडोर में मरीजों की भरमार है। किसानों को फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होने से आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। जवाजा क्षेत्र को डार्कजोन से बाहर निकालने सहित कई मु²ों को लेकर चर्चा की गई। राजस्थान पत्रिका के चेंजमेकर अभियान के तहत रविवार को आयोजित वर्चुअल मीटिंग में पंचायतराज चुनाव में जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य के उम्मीदवारों ने बताया अपना एजेण्डा। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र की समस्याएं भी बताई। जवाजा से ब्रिजपाल सिंह ने जवाजा को डार्कजोन से बाहर निकालने की मांग की। डार्कजोन के चलते कृषि कनेक्शन नहीं मिल पा रही हैं।
अरांई क्षेत्र में इन मु²ों को लेकर चर्चा
उम्मीदवार शिवराज चौधरी ने अरांई सीएचसी में एक मात्र चिकित्सक है, जबकि आउटडोर 300 करीब है। यहां चिकित्सकों की नियुक्ति होनी चाहिए।
कजोड़ राम ने किसानों को मान सम्मान दिलाने व समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की मांग रखी। जसवंत ने बताया कि कोई भी पार्टी हो सबको साथ लेकर चले, जनप्रतिनिधि ऐसा हो जो समाज सेवा करें। कई ढाणियां पंचायतों से नहीं जुड़ी हुई हैं, सड़कों का निर्माण हो। डोर-टू- डोर पानी के कनेक्शन भी प्राथमिकता है।
सत्यनारायण ने कहा कि किसानों के खेतों में फार्म पौण्ड बने, किसानों के कर्जे माफ हुए हैं।
गोस्वामी ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, कम्प्यूटर शिक्षा की स्थिति नाजुक है। वार्ड दो से नोरत ने कहा कि सड़कों के दोनों छोर पर बबूल होने से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, पानी की भी समस्या है।
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