शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने निजी स्कूल की मनमानी फीस पर अंकुश लगाने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पूववर्ती भाजपा सरकार ने निजी स्कूल की फीस पर अंकुश लगाने के लिए एक्ट बनाया, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं मिला। वो एक्ट रद्दी की टोकरी मं फैंकने लायक था। कांग्रेस सरकार जल्द एक कमेटी बनाने जा रही है। इससे स्कूलों की फीस पर नियंत्रण लग सकेगा।
बोर्ड कार्यालय में डोटासरा ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि निजी स्कूल की बेतहाशा बढ़ती फीस को सरकार गंभीर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के निर्देश पर जल्द एक कमेटी का गठन किया जाएगा। यह कमेटी प्रदेश भर के स्कूलों की फीस की समीक्षा कर रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद सरकार स्कूलों की फीस पर लगाम कसने के लिए विधानसभा में बिल पारित करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने फीस पर अंकुश लगाने के गंभीरता से प्रयास नहीं किया। तत्कालीन सरकार का एक्ट किसी काम का नहीं था।
पाठ्यक्रमों में गलतियों की भरमार
डोटासरा ने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में पाठ्यक्रमों में मनमाने ढंग से बदलाव किए गए। तथ्यात्मक छेड़छाड़ भी की गई। जबकि पाठ्यक्रमों में किसी भी सरकार को ऐसा काम नहीं करना चाहिए। अब राज्य स्तरीय कमेटी इन पाठ्यक्रमों की छानबीन में जुटी है। जहां भी गलतियां हैं, उन्हें दुरुस्त किया जाएगा।
डोटासरा ने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में पाठ्यक्रमों में मनमाने ढंग से बदलाव किए गए। तथ्यात्मक छेड़छाड़ भी की गई। जबकि पाठ्यक्रमों में किसी भी सरकार को ऐसा काम नहीं करना चाहिए। अब राज्य स्तरीय कमेटी इन पाठ्यक्रमों की छानबीन में जुटी है। जहां भी गलतियां हैं, उन्हें दुरुस्त किया जाएगा।