मार्बल नगरी किशनगढ़ में भी यही दिक्कत है,लेकिन अब यहां की जनता को जल्द ही इस समस्या से निजात मिलने वाली है। जलदाय विभाग की ओर से पुनर्गठित शहरी पेयजल परियोजना अंतर्गत नगरीय क्षेत्र में पेयजल लाइनें बिछाने का कार्य अगले माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इससे गर्मियों में पेयजल को लेकर परेशानी नहीं होगी।
मार्च 2017 में शुरू हुआ था काम एस. एल. जीनगर, अधिशाषी अभियंता, जलदाय विभाग, किशनगढ़ के अनुसार पुनर्गठित शहरी पेयजल परियोजना का 111 करोड़ की लागत से कार्य मार्च 2017 में शुरू हुआ था। प्रथम चरण में नसीराबाद से किशनगढ़ तक मुख्य पेयजल लाइन बिछाए जाने का कार्य किया गया था। इसके अंतर्गत कुल ५८७ किलोमीटर पेयजल लाइन बिछाई जानी है। अभी तक ५८४ किलोमीटर पेयजल लाइन बिछाई जा चुकी है। इसके अंतर्गत कुल ३० हजार पुराने उपभोक्ताओं के मुकाबले 24030 उपभोक्ताओं के कनेक्शन जोड़े जा चुके हैं। 5970 उपभोक्ताओं के कनेक्शन जोड़े जाने बाकी हैं। इसके साथ ही उपभोक्ता केंद्रों का निर्माण, क्लोरिफिकेशन केंद्र का निर्माण और विभिन्न उपकरणों की खरीद की जा चुकी है।
14 नए उच्च जलाशय बनाए इस परियोजना अंतर्गत 15 उच्च जलाशयों का निर्माण किया जाना था। किशनगढ़ शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 14 नए उच्च जलाशयों का निर्माण हो गया है। वर्तमान में 15 वें उच्च जलाशय का निर्माण डाक बंगला परिसर में किया जा रहा है। इसका कार्य भी अगले 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में मदनगंज मुख्य क्षेत्र में पेयजल लाइन बिछाई जा रही है। इसका अधिकतर कार्य रात में किया जाता है। देवडूंगरी क्षेत्र में उच्च जलाशय का निर्माण नहीं होने के चलते काम में देरी हुई है।
दो दिन के अंतराल से जलापूर्ति इस पेयजल योजना का कार्य पूरा होने पर मदनगंज मुख्य क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति में भी काफी सुधार होगा। पुरानी लाइनों से पेयजल आपूर्ति बंद करने पर लीकेज भी बंद हो जाएंगे। अभी नगरीय क्षेत्र में सभी स्थानों पर 48 घंटे में पेयजल आपूर्ति की जाती है। इस योजना का कार्य पूरा होने पर उपभोक्ताओं को गर्मियों में राहत मिलेगी।