एसपी शर्मा ने बताया कि 24 मई को जयपुर आयुक्तालय की सूचना पर रामगंज थाना क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट कम्पनी के गोदाम से साढे 5 करोड़ रुपए की नशीली दवा को जब्त किया था। जिस पर धारा 8/22 एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज किया गया।
-प्रकरण में मास्टर माइंड श्याम सुन्दर मूंदड़ा के खास शेख साजिद ने 28 मई को सरेंडर कर दिया। शेख साजिद ने मूंदड़ा के लिए काम करना कबूला।
-एक जून को जिला स्पेशल टीम ने दो जगह कार्रवाई करते हुए रामगंज थाना क्षेत्र में ढाई करोड़ व अलवर गेट थाना क्षेत्र में तीन करोड़ की नशीली दवाइयों जब्त की। रामगंज व अलवर गेट में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए। पकड़ा गया माल दवा कारोबारी श्याम सुन्दर मूंदड़ा को होना सामने आया।
एसरपी ने बताया कि करोड़ों की नशीली दवा का रैकेट पकड़े जाने के बाद जिला स्पेशल टीम प्रभारी महावीर प्रसाद शर्मा,
एएसआई जगमाल दायमा, हैडकांस्टेबल मनोहरसिंह, रणवीरसिंह, सिपाही रामबाबू ने कार्रवाई में विशेष योगदान दिया कार्रवाई में रामगंज थानाप्रभारी सतेन्द्रसिंह नेगी, क्लॉक टावर थानाप्रभारी दिनेश कुमावत, अलवरगेट थानाप्रभारी सुनिता गुर्जर, रामगंज थाने का सिपाही संदीप कार्रवाई में शामिल थे।