पुलिस पड़ताल में सामने आया कि शनिवार रात जिला पुलिस लाइन में फंदे पर लटक कर जान देने का प्रयास करने वाला सिपाही सुरेश यादव घटना के वक्त नशे में था। उसने पुलिस लाइन में शाम 7 बजे हुए रोलकॉल में हंगामा मचाया। यहां पर साथी जवानों ने काफी समझाइश व रोकने का प्रयास किया लेकिन उसकी हरकतें बढ़ती चली गई। आखिर मेजर कप्तान ने आलाधिकारियों को सूचित कर दिया। आरआई शांतिलाल भी पहुंच गए लेकिन सुरेश की अभद्रता बढ़ती चली गई। आरआई ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के मेडिकल ज्यूरिस्ट विभाग में उसका नशे का मेडिकल करवाया। मेडिकल के बाद पुलिस के जवान उसे वापस पुलिस लाइन ले आए। यहां सुरेश ने नशे की हालत में पानी की टंकी की तरफ चला गया और पेड़ पर फंदा लगाकर लटक गया। समय रहते वहां मौजूद जवानों की नजर पड़ गई और उसे फंदे से उतारा।
जनरल वार्ड में किया शिफ्ट सिपाही सुरेन्द्र को सोमवार को होश आ गया। हालात सामान्य होने पर चिकित्सकों उसे वेंटीलेटर से हटाते हुए सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया। गौरतलब है सुरेन्द्र को पुलिस मुख्यालय ने साढ़े तीन साल के निलम्बन के बाद जिला बदर करते हुए अजमेर पुलिस लाइन में नॉन फील्ड पदस्थापन दिया था। अपने पदस्थापन को लेकर सुरेन्द्र काफी समय से परेशान रहता था।
…मांग रहा था छुट्टी प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि सुरेश भी रोलकॉल में अन्य जवानों की तरह छुट्टी मांग रहा था। मेजर ने उसको रोलकॉल के बाद सुनने का हवाला दिया लेकिन वह लगातार बोलता रहा।