होली से पहले तक 10 मुहूर्त ज्योतिषाचार्यो के अनुसार होली से पहले 10 विवाह मुहूर्त रहेंगे। होली से आठ दिन पहले होलाष्टक में मांगलिक काम करने की मनाही होती है। होली के बाद 24 फरवरी को वृहस्पति अस्त होने की वजह से मांगलिक कार्य बंद रहेंगे। इसके बाद सीधे संवत्सर 2079 यानी 17 अप्रेल को विवाह का मुहूर्त रहेगा। इससे पूर्व इस महीने पंचागीय सावे 22, 23, 24 और फरवरी में 5, 6, 7, 9, 19,20, 21 तारीख के मुहूर्त रहेंगे। इनमें पांच फरवरी बसंत पंचमी और चार मार्च को फुलेरा दोज का अबूझ सावा रहेगा। 23 फरवरी से गुरु का वृहदत्व दोष शुरू होने से 25 मार्च तक शुभ कार्य नहीं होंगे। इसके बाद मीन मलमास लगने से 13 अप्रैल तक शुभ कार्य नहीं होंगे।
अन्य राज्यों में मेहमानों की संख्या ज्यादा इधर ऑल वेडिंग इंडस्ट्रीज फेडरेशन राजस्थान के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शादी समारोह में मेहमानों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। अध्यक्ष मोहनलाल अग्रवाल ने बताया कि मैरिज गार्डनों में मेहमानों की संख्या 50 और होटल में मेहमानों की संख्या असीमित है। नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों में लाखों रुपए का टैक्स जमा करवा रखा है। सीमित मेहमानों के आने से टैंट, हलवाई, बैंड, बाजा, लवाजमा सहित अन्य तबके के कारोबार खत्म होने की कगार पर आ जाएगा। अन्य राज्यों गुजरात में 400, यूपी में विवाह स्थल के 50 प्रतिशत संख्या तय है। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान भी होगा। महामंत्री भवानी शंकर माली ने कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज वाले लोगों, स्थल की क्षमता के 50 प्रतिशत मेहमानों की अनुमति या अधिकतम 250 मेहमानों की संख्या करने सहित अन्य मांगें की गई है, ताकि कोरोना के दिशा-निर्देशों की पालना के साथ सब तबके का गुजर-बसर हो सके।
प्रधानमंत्री से लगाई गुहार
ऑल इंडिया टैंट डेकोरेशनंस वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि जिंदल ने पीएम को पत्र लिखकर मेहमानों की संख्या जगह की क्षमता से 50 प्रतिशत करने की गुहार की है। जिंदल ने कहा कि होटलों में शादी समारोह अधिक होने से टैंट व्यवसाय, शादी के कारोबार से बड़े तबके के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। होटलों में मेहमानों की संख्या 300 की है, वहीं अन्य जगहों पर 50 प्रतिशत लोगों की अनुमति दी है। जबकि शादी के अंदर भी रियायत दी जाए।