22 ट्रांसफार्मर 39 कनेक्शन हटाए निगम के एक्सईएन (ग्रामीण) दिनेश सिंह के अनुसार गेगल का ऑक्सीजन प्लांट भारत आर्ट फीडर से भी जुड़ा हुआ है,इस फीडर की लंबाई 1.2 किलोमीटर है, इस पर 28 ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं और कुल 45 (एचटी,एमआईपी, एसआईपी व एनडीएस) के कनेक्शन है गेगल ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई डिस्टर्ब नहीं हो,इसके लिए इस फीडर से 22 ट्रांसफार्मर और 39 कनेक्शन मधु फीडर पर शिफ्ट कर दिया गया है। अब इस फीडर की लंबाई 400 मीटर रह गई है और ऑक्सीजन प्लांट सहित 6 कनेक्शन ही लाइन पर चल रहे हैं। इससे फ्यूज उडऩे व लोड बढऩे की संभावना कम होगी।
पेड़ों की छंटाई,लाइनों का मेंटींनेस निगम ने 33/11 केवी गेगल विद्युत लाइन को जो कि एमडीएसयू 132 केवी जीएसएस से निकलकर गेगल जीएसएस पर जा रही लाइन की पेट्रोलिंग कर पेड़ों के की छटाई की है जिससे लाइन में फाल्ट नहीं आए। गगवाना 33/11 केवी जीएसएस पर 220 केवी जीएसएस मदार से भी 33/11 केवी लाइन आ रही है, आवश्यकता पडऩे पर गगवाना से गेगल की सप्लाई दी जा सके इसलिए इस लाइन को भी दुरुस्त किया गया है।इनकी ड्यूटी लगाई ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई सुचारू रखने के लिए कनिष्ठ अभियंता रामबाबू मीणा, संदीप सांवरिया, कल्पना तिवारी और आकाश हरिवंश की ड्यूटी राउंड द क्लॉक लगाई गई है।
कोविड के खिलाफ लड़ाई में डिस्कॉम का विशेष अभियान अजमेर. अजमेर विद्युत वितरण निगम ने कोविड महामारी के खिलाफ में विशेष अभियान का आगाज किया है। इस अभियान के तहत शनिवार को सभी अधिशाषी व सहायक अभियंता अपने अपने क्षेत्र में स्थित कोविड अस्पतालों में विद्युत व्यवस्थाओं की सघन जांच करेंगे।अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक वी.एस.भाटी ने बताया कि राÓय सरकार के निर्देशानुसार सभी अस्पतालों, कोविड सेंटर्स में जहाँ भी कोरोना के रोगियों को भर्ती किया जाता है उन सभी संस्थानों की विद्युत व्यवस्था, वायरिंग, अर्थिंग तथा उपकरणों की सघन जांच की जाएगी। इस कार्य को पूरा करने के लिए अजमेर डिस्कॉम ने शनिवार को विशेष अभियान शुरु किया गया है। अभियान के तहत डिस्कॉम की सभी अधिशाषी व सहायक अभियंता अपने-अपने क्षेत्र में स्थित अस्पतालों एवं कोविड सेंटर्स की विद्युत व्यवस्था, वायरिंग, अर्थिंग तथा उपकरणों की सघन जांच कर पाई गई कमियों को तुरंत प्रभाव से दूर भी करेंगे। इस जांच के दौरान सभी अभियंता एवं तकनीकी सहायक कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती के साथ पालन करनी होगी। अभियंताओं को अपनी रिपोर्ट सोमवार तक एम.डी. सेल को प्रस्तुत करनी होगी। भाटी ने बताया कि इन दिनों अस्पतालों में विद्युत खपत बढऩे से उपकरणों पर दबाव भी बढ़ा है। इसलिए सघन जांच कराकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी तरह का हादसा विद्युत व्यवस्थाओं या उपकरणों से नही हो।