सूचना एवं प्रोद्यौगिकी विभाग ने राजस्थान पथ परिवहन निगम के 50 डिपो पर ई-मित्र प्लस लगाने की योजना पिछले वर्ष बनाई थी। राजस्थान पथ परिवहन मुख्यालय ने जनवरी माह में इसके लिए दो ई-मित्र प्लस मशीनें अजमेर भेजी थीं। दोनों मशीनों को जोधपुर प्लेटफार्म पर इंक्वायरी के पास इंस्टाल किया गया था। ठेकेदार को ही रोडवेज कर्मचारियों को इन मशीनों के संचालन का प्रशिक्षण देना था। लेकिन बिना संचालित हुए ही मशीनें जंग खा रही हैं।
हैं इतनी. . .,लेकिन नहीं मिल रही कोई सुविधा
ई-मित्र प्लस के जरिए परिक्षार्थियों तथा आमजन को गई सुविधाएं मिलनी थी। परीक्षार्थी इस मशीन से प्रवेश पत्र निकाल सकते हैं,ऑनलाइन फार्म भर सकते हैं, सभी सरकारी दस्तावेजों के प्रिंट निकाले जा सकते हैं, सभी प्रकार के बिल जमा करवाए जा सकते हैं व मोबाइल फोन का रिचार्ज आदि भी करवाया जा सकता है। पांच साल के लिए स्थापित की गई इस मशीन की तीन साल की वारंटी भी है।
ई-मित्र प्लस के जरिए परिक्षार्थियों तथा आमजन को गई सुविधाएं मिलनी थी। परीक्षार्थी इस मशीन से प्रवेश पत्र निकाल सकते हैं,ऑनलाइन फार्म भर सकते हैं, सभी सरकारी दस्तावेजों के प्रिंट निकाले जा सकते हैं, सभी प्रकार के बिल जमा करवाए जा सकते हैं व मोबाइल फोन का रिचार्ज आदि भी करवाया जा सकता है। पांच साल के लिए स्थापित की गई इस मशीन की तीन साल की वारंटी भी है।
यात्री समझते हैं एटीएम
कई बस यात्री ई-मित्र प्लस मशीन को एटीएम समझ बैठते हैं। कई यात्रियों के एटीएम कार्ड इसमें फंस चुके हैं। रोडवेज कर्मचारियों ने चाबी के जरिए मशीन को खोलकर उनके कार्ड निकाले।
कई बस यात्री ई-मित्र प्लस मशीन को एटीएम समझ बैठते हैं। कई यात्रियों के एटीएम कार्ड इसमें फंस चुके हैं। रोडवेज कर्मचारियों ने चाबी के जरिए मशीन को खोलकर उनके कार्ड निकाले।
इनका कहना है
कई दिनों तक इन मशीनों का पासवर्ड ही नहीं आया। बाद में कोरोना के कारण मशीनें बंद कर दी गई। लोकमित्र वाले आए थे लेकिन इन मशीनों का संचालन नहीं हो सका।
कई दिनों तक इन मशीनों का पासवर्ड ही नहीं आया। बाद में कोरोना के कारण मशीनें बंद कर दी गई। लोकमित्र वाले आए थे लेकिन इन मशीनों का संचालन नहीं हो सका।
अनिल पारीक
मुख्य प्रबन्धक, सीबीएस आगार-अजमेर read more:पंचायत समिति किशनगढ़ की गणन टेबलों में परिवर्तन
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