ईस्टर पर आगरा गेट स्थित रॉबसन मेमोरियल, सेंट मेरीज चर्च सहित अन्य गिरजाघरों में प्रार्थना की गई। पुरोहितों ने प्रभु यीशू के पुर्नजन्म का शुभ समाचार सुनाया। उन्होंने प्रभु यीशू की परस्पर भाईचारा, प्रेम और मानव कल्याण की शिक्षाओं पर चलने की बात कही। इस दौरान लोगों ने पवित्र बाइबिल की आयतें पढ़ीं। चर्च में शिशुओं के नामकरण के बप्तिज्म रस्म हुई। राजस्थान मसीही मंच के प्रवक्ता बिपिन बैसिल ने कहा कि ईस्टर पर सन राईज सर्विस हुई। इसके बाद चर्चों में आराधना की गई। सेन्टेनरी मैथोडिस्ट चर्च,सेन्ट ल्युक, सेंट जोन्स चर्च,शकीना फेलोशिप,सेन्ट जोजफ चर्च परबतपुरा में आराधना की गई।
घरों में मनाई खुशियां मसीह घरों में खुशियां मनाई गई। कई लोगों ने विशेष ईस्टर एग और पकवान बनाए। लोगों ने एकदूसरे को ईस्टर की शुभकामनाएं दीं। मालूम हो कि प्रभु यीशू मसीह को गुड फ्राइडे पर क्रूस पर लटकाया गया था। रविवार को उनके पुर्नजन्म लेने के प्रतीक के रूप में ईस्टर मनाया जाता है। इस दौरान मसीह धर्मावलंबियों के 40 दिन के रोजे भी चलते हैं।
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अजमेर. महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय और इससे सम्बद्ध कॉलेज में सत्र 2022-23 से आनंदम कोर्स और सीबीसीएस पाठ्यक्रम शुरू होंगे। कोविड-19 संक्रमण के चलते दो साल से इन्हें लागू नहीं किया गया था। संस्थानों में नियमित अध्ययन-अध्यापन सुचारू होने और हालात को देखते हुए विवि अब इनकी शुरुआत करेगा।
अजमेर. महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय और इससे सम्बद्ध कॉलेज में सत्र 2022-23 से आनंदम कोर्स और सीबीसीएस पाठ्यक्रम शुरू होंगे। कोविड-19 संक्रमण के चलते दो साल से इन्हें लागू नहीं किया गया था। संस्थानों में नियमित अध्ययन-अध्यापन सुचारू होने और हालात को देखते हुए विवि अब इनकी शुरुआत करेगा।
राज्य सरकार ने सत्र 2020-21 से आनंदम कोर्स को अनिवार्य विषय के रूप में प्रारंभ किया है। परिणाम प्रतिशत की गणना में आनंदम के प्राप्तांक भी शामिल होंगे।