पुलिस के अनुसार नसीराबाद जाटिया निवासी सायर सिंह (32) पुत्र मंगल सिंह रावत चन्दवरदाई नगर स्थित जीएसएस पर मृतावस्था में मिला। सायर टाटा पावर tata power में हजारीबाग में संविदा पर लाइनमैन का काम करता था। बुधवार को सायर ड्यूटी ऑफ होने के बाद नवनिर्मित ग्रिड पर कैसे पहुंचा? पुलिस उसकी जांच में जुटी है। पुलिस को ग्रिड के बाहर सायर की बाइक खड़ी मिली। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया।
मोचर्री के बाहर परिजनों का जमावड़ा बिजलीकर्मी की मौत के मामले को लेकर गुरुवार को दोपहर तक मृतक के परिजनों व ग्रामीणों को जमावड़ा जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी के बाहर लगा रहा। मौके पर अजमेर डिस्कॉम के एसई नरेन्द्र कुमार भटनागर व सहायक अभियंता विजयपाल सिंह भी पहुंचे।
खुली मिली कॉपर रॉड
रामगंज थाना प्रभारी सत्येन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि सायर सिंह निजी कम्पनी में लाइनमैन के पद पर काम करता था। गुरुवार को ड्यूटी ऑफ होने के बाद वह चन्दवरदाई नगर स्थित जीएसएस पर पहुंचा। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि सायर चन्दवराई नगर जीएसएस के लिए अधिकृत नहीं था। ग्रिड में पुलिस को कॉपर रॉड भी खुली मिली। पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल में जुटी है।
रामगंज थाना प्रभारी सत्येन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि सायर सिंह निजी कम्पनी में लाइनमैन के पद पर काम करता था। गुरुवार को ड्यूटी ऑफ होने के बाद वह चन्दवरदाई नगर स्थित जीएसएस पर पहुंचा। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि सायर चन्दवराई नगर जीएसएस के लिए अधिकृत नहीं था। ग्रिड में पुलिस को कॉपर रॉड भी खुली मिली। पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल में जुटी है।
जीएसएस पर न कैमरा न सुरक्षाकर्मी
अजमेर डिस्कॉम की आईपीडीएस योजना के तहत चन्द्रवरदाई जीएसएस तैयार कर टाटा पावर को सौंपा गया है। जीएसएस पर सुरक्षा के लिए न तो सुरक्षा कर्मी है और न ही कैमरे ही लगे हैं। वहीं टाटा पावर का कहना जीएसएस का संचालन स्काडा के जरिए हो रहा है। एक कर्मचारी राउंडोक्लॉक में चार जीएसएस की सुरक्षा करता है।
अजमेर डिस्कॉम की आईपीडीएस योजना के तहत चन्द्रवरदाई जीएसएस तैयार कर टाटा पावर को सौंपा गया है। जीएसएस पर सुरक्षा के लिए न तो सुरक्षा कर्मी है और न ही कैमरे ही लगे हैं। वहीं टाटा पावर का कहना जीएसएस का संचालन स्काडा के जरिए हो रहा है। एक कर्मचारी राउंडोक्लॉक में चार जीएसएस की सुरक्षा करता है।
टाटा पावर इधर टाटा पावर के कार्मियों का कहना है कि यह जीएसएस आईपीडीएस योजना में बनाया गया है। यह पूरी तरह से चार्ज नहीं है। सीआरपीएफ से आ रही एक लाइन के जरिए ही इसमें करंट आ रहा है। मौके पर जीओ के पाईप खुले हुए थे। हम भी पुलिस को शिकाय दे रहे हैं। मामले की जांच करवाई जा रही है। इस मामले में टाटा पावर के सीईओ गजानन काले से टाटा पावर का पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होनें फोन नहीं उठाया।