राणावत ने आईटी सेल का निरीक्षण कर कार्य प्रणाली की जानकारी ली। इसके अलावा स्काडा सेंटर के जरिए संचालित हो रही शहर की बिजली व्यवस्था की जानकारी टाटा पावर के अधिकारियों से ली। निगम के प्रबन्ध निदेशक बी. एम. भामू ने बताया कि कॉल सेंटर की क्षमता 30 से बढ़ाकर 60 सीट कर दी गई है। अब हर शिफ्ट में दिल्ली की एक निजी कम्पनी के 60 कर्मचारी उपोक्ताओं की समस्याओं को सुनेंगे तथा समाधान कराएंगे। टाटा पावर के सीईओ योगेश लूथरा, कॉर्पोरेट आलोक श्रीवास्तव तथा ऑपरेशन हैड प्रशांत सिंह ने मंत्री को स्कॉडा की जानकारी तथा सब स्टेशनों पर लगाए गए ट्रांसफार आदि की जानकारी दी। इससे पूर्व ऊर्जा मंत्री राणावत निर्धारित समय से तीन घंटे देरी से अजमेर पहुंचे।
सभी तरह की शिकायतें होंगी दर्ज सीसीसी के जरिए उपभोक्ता शिकायत केन्द्र अजमेर डिस्कॉम क्षेत्र के सभी उपभोक्ताओं की शिकायतें दर्ज की जाएंगी। उपभोक्ता इस सेंटर पर नो करंट, दूसरी तकनीकी समस्याएं, सुरक्षा से सम्बन्धित शिकायतें, ट्रांसफार्मर फेलियर, बिजली चोरी तथा अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा परेशान करने की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायतकर्ता टोल फ्री नम्बर 18001806565 व 1912, ट्विटर हैंडल, फेसबुक, ई-मेल, एसएमएस (9414000783), वाट्सएप 9414000783 तथा निगम वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
14 शहरों में एफआरटी कम्पनी को कस्टमर केयर सेंटर (सीसीसी) तथा फाल्ट रेक्टीफिकेशन टीम (एफआरटी) के कार्य जिम्मा दिया गया है। एफआरटी डिस्कॉम के तहत आने वाले 14 शहरों में शुरू की गई है। इनमें राजनगर, नाथद्वारा, डूंगरपुर, सागवाड़ा, बांसवाड़ा, पर्तापुर, चित्तौडगढ़़, निम्बाहेड़ा, कपासन, बड़ी सादड़ी, प्रतापगढ़, छोटी सादड़ी तथा सलूम्बर शामिल हैं। समारोह में निदेशक (वित्त) एस. एम. माथुर, निदेशक (तकनीकी) के. पी. वर्मा, अभियंता सी. पी. गांधी (आईटी), एम. एल. मीणा (एमएम), अशोक कुमार (टीडब्ल्यू), एम. के. रावत (सिविल), टीएटूएमडी मुकेश बाल्दी सहित टाटा पावर के प्रतिनिधि मौजूद थे।