दोनों कोर्स हैं रोजगारोन्मुखी वेब डिजाइन एवं डाटा साइंस कोर्स रोजगारोन्मुखी हैं। सरकारी-निजी दफ्तरों, कॉरपॉरेट हाउस सहित बैंकिंग, बीमा और अन्य क्षेत्र की वेबसाइट डिजाइन और डाटा संग्रहण के लिए इस कोर्स की वैश्विक डिमांड है। इस कोर्स में बीएससी-एमएससी डाटा साइंस, बीसीए और एमसीए डाटा साइंस, बी.टेक और एम.टेक वेब डिजाइन डिग्री मिलती है। देश के विभिन्न आईआईटी और एनआईटी में कोर्स संचालित हैं। गेट और जेईई मेन से कोर्स में प्रवेश होते हैं।
कोर्स की मार्केट डिमांड
2022-23 तक 10 प्रतिमाह युवाओं की जरूरत -औसतन 12 से 15 लाख का वार्षिक पैकेज
-जूनियर/सीनियर वेब डिजाइनर-डाटा साइंटिस्ट पदनाम -50 प्रतिशत कंपनियों का कामकाज डिजाइन और डाटा आधारित
2022-23 तक 10 प्रतिमाह युवाओं की जरूरत -औसतन 12 से 15 लाख का वार्षिक पैकेज
-जूनियर/सीनियर वेब डिजाइनर-डाटा साइंटिस्ट पदनाम -50 प्रतिशत कंपनियों का कामकाज डिजाइन और डाटा आधारित
गणित विषय पर नहीं फैसला
एआईसीटीई ने वेब डिजाइन और डाटा साइंस कोर्स के लिए कॉलेज का चयन किया है। इसमें गणित की महती आवश्यकता को देखते हुए कॉलेज ने एमएससी गणित विषय शुरू करने का फैसला किया था। महर्षि दयानंद सरस्वती विवि की एकेडेमिक कौंसिल की सहमति के बावजूद विषय अटका हुआ है।
एआईसीटीई ने वेब डिजाइन और डाटा साइंस कोर्स के लिए कॉलेज का चयन किया है। इसमें गणित की महती आवश्यकता को देखते हुए कॉलेज ने एमएससी गणित विषय शुरू करने का फैसला किया था। महर्षि दयानंद सरस्वती विवि की एकेडेमिक कौंसिल की सहमति के बावजूद विषय अटका हुआ है।
वेब डिजाइन और डाटा साइंस कोर्स में सीटों की स्वीकृति का इंतजार है। इसके बाद प्रवेश प्रक्रिया तय कर एडमिशन प्रोसेस शुरू होगा।
डॉ. रेखा मेहरा, प्राचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज बड़ल्या
डॉ. रेखा मेहरा, प्राचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज बड़ल्या