आनासागर में मछली पालन किया जाता है। पिछले कुछ दिनों बारिश का दौर चलने के कारण यह ओवरफ्लो हो गया है। इसके कारण अभी तक तीन बार चैनल गेट (Three times channel gate ) खोले जा चुके है। वर्तमान में चैनल गेट खुले हुए है। ऐसे में प्रतिदिन हजारों गैलन पानी की निकाली एस्कैप चैनल के माध्मय से हो रही है। उक्त पानी के साथ मछलियां भी बहकर एस्केप चैनल और नाले में पहुंच रही है। इसके कारण कुछ पैसों के लालच में युवा और बच्चे आनासागर से निकलने वाले नाले में, कचहरी रोड पर, तोपदड़ा और अलवर गेट (alwar gate) सहित कई जगह पर मछली पकड़ रहे है। पानी का बहाव तेज होने से कारण गंभीर हादसा हो सकता है। इसके बावजूद इन पर कार्रवाई नहीं होने से हौसले बुलंद है।
मत्स्य आखेट पर है रोक
आनासागर में मत्स्य पालन का ठेका एक करोड़ ४६ लाख १३ हजार ७०० रुपए में हो चुका है। मत्स्यााखेट पर ३१ अगस्त तक रोक है। वर्तमान में मछलियों का प्रजनन काल चल रहा है। ठेकेदार तालाबों (Contractor Ponds) में मछलियों के बीज डाल रहे है। ऐसे में मछलियां पकडऩे वालों के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं हो रही है मछलियों के बहकर जाने से ठेकेदार को भी नुकसान हो रहा है। उल्लेखनीय है कि शहर के आनासागर, फायसागर सहित जिले के ११ तालाबों के मत्स्य पालन विभाग की ओर से ठेके किए जा चुके है।
आनासागर में मत्स्य पालन का ठेका एक करोड़ ४६ लाख १३ हजार ७०० रुपए में हो चुका है। मत्स्यााखेट पर ३१ अगस्त तक रोक है। वर्तमान में मछलियों का प्रजनन काल चल रहा है। ठेकेदार तालाबों (Contractor Ponds) में मछलियों के बीज डाल रहे है। ऐसे में मछलियां पकडऩे वालों के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं हो रही है मछलियों के बहकर जाने से ठेकेदार को भी नुकसान हो रहा है। उल्लेखनीय है कि शहर के आनासागर, फायसागर सहित जिले के ११ तालाबों के मत्स्य पालन विभाग की ओर से ठेके किए जा चुके है।
Read mor : अब अजमेर को 48 घंटे में मिलेगा पानी पानी की निकासी अभी तक नहीं शहर में बारिश (rain) का दौर थमे दो दिन से अधिक होने के बावजूद कई स्थानों से पानी की निकासी अभी तक नहीं हो पाई है। नगर निगम की ओर से अभी भी 14 पंप लगाकर बारिश के पानी (rain water) की निकासी की जा रही है । नगर निगम के स्वास्थ्य निरीक्षक रूपाराम चौधरी के अनुसार सागर विहार कॉलोनी (Sagar Vihar Colony) के गड्ढ़े में भरे पानी की निकासी के लिए 6 पंप लगाकर पानी निकाला जा रहा है। इसी प्रकार एसटीपी के पास स्थित स्कूल में एक पंप, एक पत्रकार कॉलोनी में, दो अजयनगर स्थित सांईबाबा मंदिर के पास, एक जवाहर की नाड़ी, एक विज्ञानगर के पास, एक आम का तालाब और एक तोपदड़ा अंडर पास में पंप लगाकर बारिश का पानी निकाला जा रहा है।