यह मेरी भाभी नहीं… पड़ोसियों से बातचीत में पता चला कि सुरेन्द्र सिंह पिछले एक साल से इस मकान में किराए पर रह रहा था। साथ रहने वाली महिला उसकी कथित पत्नी करिश्मा है। दूसरी ओर मोबाइल पर संदेहास्पद मैसेज मिलने के बाद मृतक के पिता अंगद सिंह व भाई महेन्द्र सिंह अपने रिश्तेदारों के साथ केकड़ी के लिए रवाना हो गए। अपराह्न बाद केकड़ी पहुंचे परिजन ने फंदे पर लटक रहे सुरेन्द्र सिंह के शव की तस्दीक कर दी, लेकिन भाई ने महिला के शव को पहचानने से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना रहा कि उनके भाई की पत्नी व आठ वर्षीय बच्ची अपने घर दौसा पर ही है। यह महिला कौन है, इसके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है। इसके बाद पुलिस ने दोनों शवों को फंदे से नीचे उतरवा कर राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी पहुंचाया। युवक के शव को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंप दिया गया।
बिजौलिया की रहने वाली है युवती महिला की शिनाख्त करने के लिए पुलिस ने घर में रखे दस्तावेज खंगाले तो उन्हें महिला के आधार कार्ड के अपडेशन की फोटो कॉपी मिली। आधार कार्ड के अनुसार महिला की शिनाख्त करिश्मा कोली (27) पुत्री नाथूलाल कोली निवासी बिजौलिया जिला भीलवाड़ा के रूप में हुई। थानाधिकारी राजेन्द्र कुमार गोदारा ने करिश्मा के परिजन को घटनाक्रम से अवगत कराया। इसके बाद देर शाम महिला के परिजन केकड़ी के लिए रवाना हो गए। महिला का पोस्टमार्टम गुरुवार सुबह होगा।
पति-पत्नी की तरह रहता था युगल मृतक के साथ काम करने वाले साथियों ने बताया कि सुरेन्द्र सिंह बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, अजमेर सहित कई स्थानों पर जॉब कर चुका है। कुछ दिनों से वह अहमदाबाद स्थित एक होटल में नया जॉब मिलने की बात कह रहा था। तीन साल पहले जॉब के लिए केकड़ी आने के बाद से ही उक्त महिला उसके साथ ही थी। बताते है कि घटना वाले मकान में ये लगभग एक साल पहले ही रहने आए थे। पड़ौसियों के अनुसार दोनों काफी खुश मिजाज थे। इनका रहन सहन भी पूरी तरह पति-पत्नी की तरह ही था।
दौसा घर पर पत्नी और बेटी मृतक सुरेन्द्र सिंह के भाई महेन्द्र सिंह ने बताया कि उनके भाई का विवाह लगभग 9 साल पहले हुआ था। इनके आठ साल की एक बेटी है। गत 17 अप्रेल को दौसा में सुरेन्द्र सिंह की बहन की शादी थी। इस दौरान वह लगभग 25 दिन तक अपने घर पर ही रहा था। परिजन के अनुसार मृतक सुरेन्द्र सिंह ने बातचीत में भी कभी इस प्रकार का आभास नहीं दिया कि वह लिव-इन-रिलेशन में एक अन्य महिला के साथ रह रहा है। परिजन के साथ भी उसका संवाद लगातार चल रहा था। एक-दो दिन में फोन पर बात होती थी। वहीं पन्द्रह-बीस दिन में वह अपने घर का चक्कर लगा कर आता था।
पूजा-पाठ के बाद आत्महत्या
पड़ौसी ने बताया कि सुरेन्द्र सिंह ने सुबह तुलसी के पौधों को पानी अर्पित किया। मौके की जांच में पुलिस को पता चला कि प्रेमी युगल ने आत्महत्या से पहले पूजा पाठ किया। इसके बाद ललाट पर तिलक लगाया। दोनों ने नए कपड़े पहने तथा मिठाई खाई। इसके बाद रसोई में बने पूजा घर के सामने लोहे के जंगले पर फांसी का फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली।
पड़ौसी ने बताया कि सुरेन्द्र सिंह ने सुबह तुलसी के पौधों को पानी अर्पित किया। मौके की जांच में पुलिस को पता चला कि प्रेमी युगल ने आत्महत्या से पहले पूजा पाठ किया। इसके बाद ललाट पर तिलक लगाया। दोनों ने नए कपड़े पहने तथा मिठाई खाई। इसके बाद रसोई में बने पूजा घर के सामने लोहे के जंगले पर फांसी का फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली।
कुत्ते को करना पड़ा बेहोश
प्रेमी युगल ने रोटमिलर प्रजाति का एक कुत्ता भी पाल रखा है। जिस समय उन्होंने आत्महत्या की। उस दौरान उन्होंने उसे बैडरूम के सामने बांध रखा था। बताते है कि उक्त प्रजाति के कुत्ते काफी खतरनाक होते हैं। जांच पड़ताल के दौरान कुत्ते ने बैडरूम के समीप तक किसी को भी फटकने नहीं दिया। पुलिस के बुलाने पर पशु चिकित्सक डॉ. नरेन्द्र चौहान मौके पर पहुंचे और कुत्ते को इंजेक्शन लगा कर बेहोश किया। कुत्ते के बेहोश होने के बाद पुलिस ने बैडरूम की तलाशी ली। पुलिस को मृतक की कार से एक 13 पेज का सुसाइड नोट मिला है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
प्रेमी युगल ने रोटमिलर प्रजाति का एक कुत्ता भी पाल रखा है। जिस समय उन्होंने आत्महत्या की। उस दौरान उन्होंने उसे बैडरूम के सामने बांध रखा था। बताते है कि उक्त प्रजाति के कुत्ते काफी खतरनाक होते हैं। जांच पड़ताल के दौरान कुत्ते ने बैडरूम के समीप तक किसी को भी फटकने नहीं दिया। पुलिस के बुलाने पर पशु चिकित्सक डॉ. नरेन्द्र चौहान मौके पर पहुंचे और कुत्ते को इंजेक्शन लगा कर बेहोश किया। कुत्ते के बेहोश होने के बाद पुलिस ने बैडरूम की तलाशी ली। पुलिस को मृतक की कार से एक 13 पेज का सुसाइड नोट मिला है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।