सहायक उपनिरीक्षक होशियार सिंह ने बताया कि हबीब नगर निवासी हीरालाल व उसकी पत्नी सुमन ने कोर्ट में इस्तगासा दायर कर रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में बताया कि 2012 में उन्हें दिनेश नामक युवक मिला। जिसने उन्हें बचत, अच्छे ब्याज का झांसा देकर पूंजी निवेश का झांसा देते हुए उम्मीद क्रेडिट एण्ड थ्रिफट को-ऑपरेटिव सोसायटी में पैसा निवेश के लिए तैयार किया। दिनेश ने उन्हें डेढ़ सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से पांच साल व हीरालाल को प्रतिवर्ष साढ़े 11 हजार रुपए जमा करवाने की दो स्कीम में निवेश किया। कम्पनी का दफ्तर ब्यावर रोड चुंगी नाका के पास खोला गया था जहां अब ऑफिस नहीं है।
2 लाख रुपए का निवेश
2 लाख रुपए का निवेश
हीरालाल ने रिपोर्ट में बताया कि 2017 में कॉपरेटिव सोसायटी की दोनों स्कीम परिपक्व हो गई। दोनों स्कीम में उन्होंने 2 लाख रुपए की रकम का निवेश किया था। स्कीम परिपक्व होने पर वे कम्पनी के दफ्तर ब्यावर रोड चुंगी पहुंचे तो यहां ताले लगे मिले। काफी तलाश के बाद भी कम्पनी के कारिंदों का सुराग नहीं लगा।
प्रबंधक समेत 4 पर मुकदमा
प्रबंधक समेत 4 पर मुकदमा
पुलिस ने हीरालाल की रिपोर्ट पर उम्मीद क्रेडिट एण्ड थ्रिफट को-ऑपरेटिव सोसायटी के प्रबंधक, ब्रांच मैनेजर रामसिंह राय, ब्यावर रोड इस्लाम नगर आईओसी डिपो के पीछे रहने वाले दिनेश पुत्र सुभान के खिलाफ जाली दस्तावेज बनाकर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
पहले भी सैकड़ों हुए शिकार
शहर में यह पहला मामला नहीं है जो क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के लोगों की गाढ़ी मेहनत की कमाई लेकर फरार हुई है। इससे पूर्व भी अलवर गेट, गंज व क्लॉक टावर थाना क्षेत्र में बीसी(बचत योजना) व क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के नाम पर लाखों करोड़ों का चूना लगाकर लोग फरार हुए हैं।
शहर में यह पहला मामला नहीं है जो क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के लोगों की गाढ़ी मेहनत की कमाई लेकर फरार हुई है। इससे पूर्व भी अलवर गेट, गंज व क्लॉक टावर थाना क्षेत्र में बीसी(बचत योजना) व क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के नाम पर लाखों करोड़ों का चूना लगाकर लोग फरार हुए हैं।