मेडिकल और डेंटल कॉलेज में प्रवेश के लिए सीबीएसई 6 मई को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट का आयोजन करेगा। विद्यार्थी अब 12 मार्च तक फार्म 13 तक फीस जमा करा सकेंगे। समान्य और ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों को 1400 और एससी-एसटी एवं अन्य वर्ग के लिए 750 रुपए फीस निर्धारित की गई है।
बैंक खाता, राशन कार्ड या अन्य दस्तावेज
सुप्रीम कोर्ट ने नीट सहित अन्य परीक्षाओ में फिलहाल आधार जरूरी नहीं करने को कहा है। इसके चलते सीबीएसई ने विद्यार्थियों को बैंक खाता, राशन कार्ड, पासपोर्ट या अन्य दस्तावेज से फार्म भरने को कहा है। मालूम को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में 5 जजों की बेंच नीट के अधिसूचना के खिलाफ सुनवाई कर रही है। इससे पहले नीट और अन्य परीक्षाओं में आधार नम्बर देना जरूरी किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने नीट सहित अन्य परीक्षाओ में फिलहाल आधार जरूरी नहीं करने को कहा है। इसके चलते सीबीएसई ने विद्यार्थियों को बैंक खाता, राशन कार्ड, पासपोर्ट या अन्य दस्तावेज से फार्म भरने को कहा है। मालूम को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में 5 जजों की बेंच नीट के अधिसूचना के खिलाफ सुनवाई कर रही है। इससे पहले नीट और अन्य परीक्षाओं में आधार नम्बर देना जरूरी किया गया था।
त्रुटियों में सुधार 15 से ऑनलाइन फार्म में रही गलतियां विद्यार्थी 15 से 17 मार्च तक सुधार सकेंगे। इनमें नाम, सरनेम और अन्य त्रुटियां ही शामिल होंगी। इसके बाद बोर्ड विद्यार्थियों की सूचना को अंतिम मानते हुए आवेदन की जांच करेगा।
अब उर्दू में भी पेपर
सीबीएसई पहली बार उर्दू भाषा में भी नीट का पेपर तैयार करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस्लामिक स्टूडेंट यूनियन की याचिका के बाद पिछले साल यह आदेश दिए थे। मालूम हो कि नीट का पेपर अंग्रेजी अैार हिंदी सहित अन्य भारतीय भाषाओं में भी आता है।
सीबीएसई पहली बार उर्दू भाषा में भी नीट का पेपर तैयार करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस्लामिक स्टूडेंट यूनियन की याचिका के बाद पिछले साल यह आदेश दिए थे। मालूम हो कि नीट का पेपर अंग्रेजी अैार हिंदी सहित अन्य भारतीय भाषाओं में भी आता है।
परीक्षा में विषय और अंक बायलॉजी-360, फिजिक्स-180, केमिस्ट्री-180 पहले होती थी आरपीएमटी
राजस्थान में चार साल पहले तक राजस्थान प्री.मेडिकल टेस्ट परीक्षा के आधार मेडिकल और डेंटल कॉलेज में प्रवेश मिलता था। यह परीक्षा अपने अंतिम वर्ष में काफी विवादास्पद रही थी। बाद में सरकार ने आरपीएमटी को बंद कर सीबीएसई की नीट परीक्षा के आधार पर प्रवेश देना शुरू किया। मौजूदा वक्त राज्य के सभी मेडिकल और डेंटल कॉलेज में नीट के माध्यम से दाखिले दिए जाते हैं।
राजस्थान में चार साल पहले तक राजस्थान प्री.मेडिकल टेस्ट परीक्षा के आधार मेडिकल और डेंटल कॉलेज में प्रवेश मिलता था। यह परीक्षा अपने अंतिम वर्ष में काफी विवादास्पद रही थी। बाद में सरकार ने आरपीएमटी को बंद कर सीबीएसई की नीट परीक्षा के आधार पर प्रवेश देना शुरू किया। मौजूदा वक्त राज्य के सभी मेडिकल और डेंटल कॉलेज में नीट के माध्यम से दाखिले दिए जाते हैं।