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तीन अभियंताओंऔर तीन हेल्परों के खिलाफ दर्ज होगी एफ आईआर

locationअजमेरPublished: Nov 18, 2020 09:29:44 pm

Submitted by:

bhupendra singh

एसीबी को सौंपा जाएगा मामलाअजमेर डिस्कॉम में उपकरणों का फर्जीवाड़ा

Ajmer discom

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अजमेर.अजमेर विद्युत वितरण निगम ajmer discom ने प्रतापगढ़ में स्टोर और सब डिवीजन में उपकरणों में हेराफेरी के मामले में सख्त निर्णय लिया है। मामले में निलंबित किए गए तीन अफ सरों और तीन कर्मचारियों के खिलाफ एफ आईआर fir दर्ज कराई जाएगी। साथ ही यह मामला एन्टी करप्शन ब्यूरो (एसीबी acb) को भी सौंपा जाएगा। प्रतापगढ़ अधीक्षण अभियंता को 7 दिन में कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है। अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक वी.एस. भाटी के निर्देश पर सचिव (प्रशासन) एन.एल.राठी ने निर्देश जारी किए। प्रतापगढ़ के अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया गया है कि उपकरणों की हेराफेरी के प्रकरण में लिप्त पाए गए अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ एफ आईआर दर्ज कराई जाए। इसके साथ ही मामला एंटी करप्शन ब्यूरो को भी सौंपा जाएगा।
यह है मामला
अजमेर.डिस्कॉम प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी को सूचना मिली थी कि प्रतापगढ़ में विद्युत कनेक्शन देने के लिए काम आने वाले सामान में स्टोर और सब डिवीजन स्तर पर अनियमितताएं की जा रही हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए प्रबंध निदेशक ने तुरंत जांच के आदेश दिए। निगम की जांच टीम ने प्रतापगढ़ स्टोर में जांच शुरू की तो पता चला कि 137 सब स्टेशन से भरा ट्रक सप्लाई देने वाली फ र्म शान्वी प्लास्टिक प्रोडक्ट जयपुर से चला लेकिन स्टोर में कोई एन्ट्री नहीं मिली। यहां तैनात सहायक भंडार नियंत्रक पी.सी. बुंदेला ने बताया कि ट्रक सीधे ही दलोट और अरनोद उपखंडों के सहायक अभियंता कार्यालयों में खाली करवा लिया गया। इनमें 50 सेट अरनोद व 87 सेट दलोट में उतारे गए।
जांच में दूसरी कम्पनी का निकला सामान
जांच दल ने मौके पर जाकर देखा तो दोनों ही जगह सामान नही मिले। दलोट में दूसरी फ र्म के कुछ सेट मिले लेकिन शान्वी प्लास्टिक के सामान नहीं थे। जिम्मेदार सहायक अभियंताओं एवं कर्मचारियों ने बहाना बनाया कि सेट फ ील्ड में अलॉट कर दिए गए लेकिन वे जांचकर्ताओं को संतुष्ट नहीं कर सके। जब दबाव पड़ा तो सहायक नियंत्रक भंडार बुंदेला, कार्यवाहक सहायक अभियंता अरनोद नरेंद्र सिंह व कार्यवाहक सहायक अभियंता दलोट रविशंकर ने 25 अक्टूबर को फ र्म से सेट मिलने को बहाना बनाया लेकिन जांच में वे सेट भी दूसरी कंपनी के ही निकले।
यह हो चुके हैं निलम्बित
जांच में फर्जीवाड़ा साबित होते ही सहायक भंडार नियंत्रक पी.सी. बुंदेला,कार्यवाहक सहायक अभियंता नरेंद्र सिंह, कार्यवाहक सहायक अभियंता रविशंकर,दलोट स्टोर इंचार्ज दुर्गालाल नागर, तकनीकी सहायक प्रतापगढ़ अभय सिंह राव, तकनीकी सहायक अरनोद मुकेश कसाना को निलंबित कर दिया गया।
करवाई जा रही है ऑडिट
डिस्कॉम ने उपकरण खुर्दबुर्द करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रतापगढ़ सर्किल के उपकरण आवंटन की ऑडिट के आदेश जारी किए है। शुरूआत अप्रेल 2020 से अक्टूबर 2020 तक की ऑडिट की जा रही है। इसके पूर्व के वर्षो की भी ऑडिट करवाई जा सकती है। प्रतापगढ़ सहित अन्य जिलों में विद्युत उपकरणों का फर्जीवाड़ा बड़ पैमाने पर होता है। इन्हें मध्य प्रदेश से लगते जिलों में बेचा जाता है।

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